आपके आने का स्वागत – नहीं आने का और भी स्वागत : दक्षिण अफ्रीका ने कहा अमरीका से !

22 -23  नवंबर 2025 को जोहान्सबर्ग में होने वाले 2025 के G20 शिखर सम्मेलन में अमेरिका ने भाग नहीं लेने का निर्णय किया है। 7 नवंबर को, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि संयुक्त राज्य अमेरिका दक्षिण अफ्रीका में होने वाले आगामी G20 शिखर सम्मेलन का हिस्सा नहीं होगा।

नयी दिल्ली, 15 नवंबर 2025 ! 22 -23  नवंबर 2025 को जोहान्सबर्ग में होने वाले 2025 के G20 शिखर सम्मेलन में अमेरिका ने भाग नहीं लेने का निर्णय किया है। 7 नवंबर को, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि संयुक्त राज्य अमेरिका दक्षिण अफ्रीका में होने वाले आगामी G20 शिखर सम्मेलन का हिस्सा नहीं होगा।

भारत में दक्षिण अफ्रीका के उच्चायुक्त, अनिल सूक्लाल ने कहा कि वर्ष 2025 में जोहान्सबर्ग में होने वाले G20 शिखर सम्मेलन से अमेरिका की अनुपस्थिति “प्रभाव” डालेगी।  सूक्लाल ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा 2025- G20 जोहान्सबर्ग शिखर सम्मेलन के बहिष्कार के असर के बारे में कहा कि हालाँकि 2008 की वित्तीय संकट के दौरान अमेरिका ने वैश्विक उत्तर और दक्षिण के नेताओं को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी लेकिन यह निराशाजनक है कि राष्ट्रपति ट्रंप दक्षिण अफ्रीका में होने वाले अंतिम शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे। अमेरिका की अनुपस्थिति के बावजूद उन्होंने यह जोर दिया कि अन्य G20 देश दक्षिण अफ्रीका की प्राथमिकताओं का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

इस सन्दर्भ में अफ्रीकी उच्चायुक्त ने कहा, “इसका असर पड़ेगा। सच यह है कि अमेरिका दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश है, जिसकी अर्थव्यवस्था भी सबसे बड़ी है। हमें यह याद रखना चाहिए कि 2008 में जब वैश्विक आर्थिक संकट आया था, तब अमेरिका के नेतृत्व में ही G20 का पहला शिखर सम्मेलन नवंबर 2008 में वॉशिंगटन में आयोजित किया गया था। इसलिए अमेरिका वैश्विक उत्तर और दक्षिण के नेताओं को एकजुट करने और इस प्रक्रिया को दिशा देने में एक प्रमुख शक्ति रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राष्ट्रपति ट्रंप और अमेरिका ने दक्षिण अफ्रीका में होने वाले इस दौर के अंतिम G20 शिखर सम्मेलन में शामिल न होने का फैसला किया है। लेकिन साथ ही, अन्य सभी G20 देश दक्षिण अफ्रीका की प्राथमिकताओं का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध रहे हैं।

इसलिए, भले ही अमेरिका इस बार मेज़ पर मौजूद नहीं होगा, G20 स्वयँ  को एक शक्तिशाली वैश्विक समूह के रूप में स्थापित कर चुका है। उन्होंने कहा, “अब G20 किसी एक देश पर निर्भर नहीं है। इसके पास अपनी खुद की ऊर्जा है, और यह एक ऐसा मंच है जिस पर हम सभी भरोसा करते हैं।”

ज्ञातव्य है कि 7 नवंबर को, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि संयुक्त राज्य अमेरिका दक्षिण अफ्रीका में होने वाले आगामी G20 शिखर सम्मेलन का हिस्सा नहीं होगा, और इसे “पूरी तरह शर्मनाक” भी बताया। ट्रंप ने दावा किया कि “अफ्रीकानर्स (वे लोग जो डच अधिवासियों के वंशज हैं, और साथ ही फ्रांसीसी और जर्मन आप्रवासियों के वंशज) की हत्या की जा रही है, उनका कत्ल किया जा रहा है, और उनकी भूमि तथा खेतों को गैरकानूनी रूप से जब्त किया जा रहा है।” उन्होंने यह बात Truth Social पर जारी एक पोस्ट में कही।

ट्रम्प ने पोस्ट में आगामी G20 शिखर सम्मेलन का ज़िक्र करते हुए यह भी लिखा था –

“जब तक ये मानवाधिकार उल्लंघन जारी रहेंगे, तब तक कोई भी अमेरिकी सरकारी अधिकारी इस शिखर सम्मेलन में भाग नहीं लेगा।” ट्रंप ने आगे कहा, “मैं 2026 के G20 की मेजबानी मियामी, फ्लोरिडा में करने को लेकर उत्साहित हूँ। ”

मई में, व्हाइट हाउस ने संघीय एजेंसियों को निर्देश दिया था कि वे 22–23 नवंबर को निर्धारित G20 शिखर सम्मेलन से संबंधित कार्य बंद कर दें। ‘द हिल्स’   की रिपोर्ट के अनुसार, इसी समय, ट्रंप ने संकेत दिया था कि अमेरिका इसमें भाग नहीं लेगा ।