
शिमला: रैगिंग करने पर दो मेडिकल कॉलेज छात्रों का निलंबन, 50 हजार का जुर्माना !
शिमला स्थित इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) ने रैगिंग से जुड़े एक मामले में हॉस्टल नियमों के उल्लंघन पर द्वितीय वर्ष के एमबीबीएस के दो छात्रों को तीन माह के लिए निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही दोनों छात्रों पर 50-50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
शिमला, 15 दिसंबर 2025 ! शिमला स्थित इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) ने रैगिंग से जुड़े एक मामले में हॉस्टल नियमों के उल्लंघन पर द्वितीय वर्ष के एमबीबीएस के दो छात्रों को तीन माह के लिए निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही दोनों छात्रों पर 50-50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
कॉलेज प्रशासन के अनुसार यह अनुशासनात्मक कार्रवाई तीन दिन पहले कॉलेज हॉस्टल में हुई एक कथित घटना के बाद की गई। बताया गया है कि दो वरिष्ठ छात्रों ने सँस्थान के निर्धारित नियमों का उल्लंघन करते हुए जूनियर छात्रों को हॉस्टल में बुलाया। आईजीएमसी के नियमों के मुताबिक, जूनियर छात्रों को तब तक हॉस्टल में प्रवेश करने या ठहरने की अनुमति नहीं होती, जब तक उन्हें आधिकारिक रूप से हॉस्टल आवास आवंटित न कर दिया जाए।
कॉलेज प्रशासन ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही आंतरिक जाँच शुरू की गई। जाँच के निष्कर्षों के आधार पर ही यह कार्रवाई की गई है। जाँचमें यह निष्कर्ष निकला कि यह घटना भले ही गंभीर या घोर रैगिंग की श्रेणी में न आती हो, लेकिन यह अनुशासन और हॉस्टल नियमों का गंभीर उल्लंघन है। जाँच के निष्कर्षों के आधार पर मामले को अनुशासन समिति को सौंपा गया, जिसने पूरे प्रकरण की विस्तार से समीक्षा कर सख्त कार्रवाई की सिफारिश की। इसके बाद दोनों छात्रों को तीन महीने के लिए शैक्षणिक गतिविधियों से निलंबित कर दिया गया और प्रत्येक पर 50,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया। जाँच के दौरान उन कमरों का भी निरीक्षण किया गया, जहाँ कथित तौर पर जूनियर छात्रों को ले जाया गया था।
अनुशासन समिति ने कड़ी चेतावनी जारी करते हुए कहा कि भविष्य में यदि ऐसी किसी घटना की पुनरावृत्ति होती है, तो और भी कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।आईजीएमसी शिमला की एंटी-रैगिंग कमेटी के सदस्य सचिव डॉ. जगजीत सिंह चाहल ने बताया कि इस घटना की निगरानी सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से भी की गई थी।
प्रशासन ने स्पष्ट किया कि सँस्थान में रैगिंग के प्रति ‘शून्य सहनशीलता’की नीति अपनाई गई है और भविष्य में भी ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाए जाएँगे।
