मांगरोल गैग रेप प्रकरण में आरोपियों के खिलाफ आरोप तय

अभियोजन पक्ष ने 96 दस्तावेजी सबूतों की सूची कोर्ट में पेश की
11 नवम्बर से सुनवाई होगी शुरू

सूरत. नवरात्रि पर के दौरान जिले की मांगरोल तहसील के कोसंबा थाना क्षेत्र में किशोरी से सामूहिक बलात्कार के मामले में बुधवार को दोनों आरोपियों के खिलाफ आरोप तय किए गए। अभियोजन पक्ष की ओर से 96 दस्तावेजी सबूतों की सूची कोर्ट के समक्ष पेश की गई।

मामले में नियुक्त विशेष लोक अभियोजक नयन सुखडवाला ने बताया कि कोसम्बा पुलिस ने वारदात के सिर्फ 15 दिनों में जांच पूरी कर दोनों आरोपियों के खिलाफ 3000 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में पेश की थी। इस मामले में बुधवार को चार्ज फ्रेम की कार्रवाई की गई। अभियोजन पक्ष की ओर से कोर्ट के समक्ष 96 दस्तावेजी सबूतों की सूची पेश की गई। इसके बाद आरोपियों के खिलाफ आरोप तय करते हुए कोर्ट ने सुनवाई के लिए 11 नवम्बर का दिन तय किया है। यानी 11 नवम्बर से इस मामले की न्यायिक प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। गौरतलब है कि सामूहिक बलात्कार की इस घटना को सरकार ने गंभीरता से लेते हुए केस की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करने का निर्णय किया है।

– यह था मामला
नवरात्रि पर्व के दौरान पीड़ित किशोरी अपने दोस्त के साथ रात के समय मांगरोल तहसील के मोटा बोरसरा गांव की सीमा में सुनसान सड़क पर बैठे थे, तभी तीनों आरोपियों की उन पर नजर पड़ी। उन्होंने युवक की पिटाई कर उसे भगा दिया था और किशोरी को खींच कर खेत में ले गए थे। उसके बाद तीनों ने बारी बारी से किशोरी के साथ बलात्कार किया और फरार हो गए थे। वारदात के कुछ ही घंटों में पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। तीन में से एक आरोपी की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी।