
अमेरिका में भारतीय अरबपतियों ने झंडा गाड़ा
अमेरिका में विदेश से आकर रहने वालों में सबसे ज्यादा अरबपतियों की संख्या अब भारतीयों की है। भारत ने इसराइल, चीन और ताईवान को पीछे छोड़ते हुए 12 अरबपतियों की फोर्ब्सकी सूची में गिनती के अनुसार सबसे ऊपर स्थान पाया है।
अमेरिका में रहने वाले भारतीय प्रवासी अमेरिका को और भी ज्यादा अमीर बना रहे हैं । यह बात फोर्ब्स द्वारा जारी वहाँ पर विदेशों से आकर बसे प्रवासियों की सूची से ज्ञात होती है । अमेरिका में विदेश से आकर रहने वालों में सबसे ज्यादा अरबपतियों की संख्या अब भारतीयों की है। फोर्स ने जो सबसे अमीर विदेशी मूल के नागरिकों की सूची जारी की है उसमें भारतीय सबसे अधिक हैं। भारत ने इसराइल, चीन और ताईवान को पीछे छोड़ते हुए 12 अरबपतियों की सूची में गिनती के अनुसार सबसे ऊपर स्थान पाया है।
USA में बसे भारतीयों में सबसे ऊपर जय चौधरी हैं जो कि Zs calar के CEO और संस्थापक हैं, जिनकी नेटवर्क 17.9 बिलियन डॉलर या 150 हजार करोड रुपए है । वहीं इस सूची में दक्षिण अफ्रीका से आकर अमेरिका में बसे एलोन मस्क पहले नंबर पर है। उनकी नेटवर्क 33.82 लाख करोड रुपए है ,जबकि दूसरे नंबर पर गूगल के सह संस्थापकों में से एक, 11.97 लाख करोड रुपए के साथ रूस के सर्गेई ब्रिन, तीसरे नंबर पर एनवीडिया के CEO ताइवान के जेनसन हुआंग जिनकी नेटवर्क 11.24 लाख करोड रुपए है ।
जय चौधरी के बाद भारतीयों में दूसरे नंबर पर उद्यमी और निवेदक विनोद खोसला जिनकी नेटवर्क 9.2 बिलियन डॉलर, तीसरे- इंडिगो एयरलाइंस के सह संस्थापक राकेश गंगवाल जिसकी नेटवर्क 6.6 बिलियन डॉलर है । -तत्पश्चात –
चौथे नंबर पर USD रोमेश टी वाधवानी – 5 Bn USD ,
5 वें राजीव जैन – 4.8 Bn USD,
छठे – कवितर्क राम श्रीराम – 3 Bn USD,
7 वें- राज सरदाना-2 Bn USD,
8 वें – डेविड पॉल 1.5 Bn USD,
9वें – निकेश अरोड़ा 1.4 Bn USD,
10वें – सुन्दर पिचई 1.1 Bn USD.
11वें – सत्या नडेला 1.1 Bn USD और
12 वें- नीरज सेठी 1.0 Bn USD
अमेरिका में रहने वाले 51 लाख भारतीय अमेरिका में हर साल वहाँ की इकोनॉमी में 250 से 300 मिलियन डॉलर टैक्स देते हैं यह USA के कुल टैक्स का 5 से 6% है।