
AM/NS India के हजीरा संयंत्र में अत्याधुनिक कंटीन्युअस गैल्वनाइजिंग लाइन (CGL) की शुरुआत, भारत की पहली उत्पादन इकाई जो ऑटोमोटिव सेक्टर के लिए सबसे मजबूत स्टील तैयार करेगी
• विश्वस्तरीय तकनीक से भारत में तैयार होगा 1180 मेगापास्कल (MPa) ताकत वाला स्टील, जो आयात पर निर्भरता घटाकर घरेलू आपूर्ति को बढ़ावा देगा
• यह अत्याधुनिक इकाई रु.60,000 करोड़ की व्यापक विस्तार योजना का हिस्सा है, जिसका उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री द्वारा वर्ष 2022 में किया गया था
• विकसित देशों की गुणवत्ता को टक्कर देता स्थानीय उत्पादन, ‘नए भारत’ की वर्तमान और भविष्य की आवश्यकताओं को करेगा पूरा
हजीरा – सूरत, जुलाई 16, 2025: आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (AM/NS India) ने आज गुजरात के हजीरा स्थित अपने प्रमुख संयंत्र में एक नई और अत्याधुनिक कंटीन्युअस गैल्वनाइजिंग लाइन (CGL) का शुभारंभ किया है। इसके साथ ही AM/NS India भारत की एकमात्र ऐसी कंपनी बन गई है जो 1180 मेगापास्कल (MPa) तक की मजबूती वाली एडवांस हाई-स्ट्रेंथ स्टील (AHSS) का उत्पादन कर रही है — जो ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए अत्यधिक सुरक्षित, टिकाऊ और ईंधन की बचत करने वाली है।
यह कमीशनिंग कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो अपस्ट्रीम, डाउनस्ट्रीम और अन्य सक्षम सुविधाओं को विकसित करने के लिए 60,000 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी विस्तार परियोजना को रणनीतिक रूप से क्रियान्वित कर रही है। माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा वर्ष 2022 में उद्घाटन किए गए इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट की विस्तार परियोजना का उद्देश्य उभरती मांगों को पूरा करने के लिए स्टील ग्रेड के विविध पोर्टफोलियो में उत्पादन क्षमता को बढ़ाना है।
नई CGL इकाई कंपनी की मूल कंपनियों — आर्सेलरमित्तल और निप्पॉन स्टील के वैश्विक अनुभव और तकनीक पर आधारित है। यह ऑटोमोटिव सेक्टर में बड़ा परिवर्तन लाएगी, क्योंकि अब तक इस प्रकार के उच्च-ग्रेड स्टील के लिए भारत आयात पर निर्भर था। इस इकाई में गैल्वनाइज्ड (GI) और गैल्वनिएल्ड (GA) कोटेड फ्लैट स्टील का उत्पादन होगा, जिसमें आर्सेलरमित्तल और निप्पॉन स्टील के लाइसेंस प्राप्त विशिष्ट उत्पाद भी शामिल होंगे। यह नई स्टील हाई-फॉर्मेबल, रीसायक्लेबल और वजन में हल्की होगी, जिससे ईंधन की बचत होगी, जो विशेष रूप से वर्ष 2027 से लागू होने वाले कॉर्पोरेट एवरेज फ्यूल एफिशिएंसी (CAFE) फेज-III मानकों के लिए अहम है।
श्री दिलीप ऊम्मेन, मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO), आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (AM/NS India) ने कहा, “अपनी तरह की पहली CGL लाइन की कमीशनिंग, हमारी विस्तार परियोजना में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जिसका उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने किया था। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के प्रयास अब फलीभूत हो रहे हैं, और हम गर्व से कह सकते हैं कि नई लाइन और आगामी सुविधाएँ ऐसे स्टील का उत्पादन करने के लिए डिज़ाइन की गई हैं जो वर्तमान में विकसित देशों में उपलब्ध उत्पादों की गुणवत्ता के अनुरूप है। हम देश को ‘विकसित भारत@2047’ के लक्ष्य की ओर बढ़ते हुए, अपनी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ उत्पाद प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
“उन्होंने आगे कहा, “हमारी मूल कंपनियों के निरंतर सहयोग से हमने नए मानक स्थापित किए हैं और विश्वस्तरीय उत्पाद उपलब्ध कराने की क्षमता को और अधिक सुदृढ़ किया है। इनमें भारत का अब तक का सबसे मजबूत स्टील भी शामिल है, जो ऑटोमोटिव क्षेत्र की बदलती आवश्यकताओं को पूरा करेगा। यह नई इकाई आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मजबूत कदम है, जो देश के भीतर स्टील उत्पादन बढ़ाकर आयात पर निर्भरता को कम करेगा।”
यह नई गैल्वनाइजिंग इकाई कंपनी की डाउनस्ट्रीम क्षमताओं में उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाती है और मूल्यवर्धित उत्पादों के पोर्टफोलियो को विस्तार देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह CGL लाइन ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसी प्रमुख पहलों को सशक्त समर्थन प्रदान करेगी और साथ ही नई पीढ़ी को स्टील क्षेत्र की ओर आकर्षित करने में भी स्थायी भूमिका निभाएगी। भारत सरकार की PLI योजना सहित अन्य प्रयासों को ध्यान में रखते हुए यह पहल घरेलू स्तर पर मूल्यवर्धित स्टील उत्पादन को प्रोत्साहन देती है।
इस सुविधा में अत्याधुनिक पर्यावरणीय तकनीकों का भी उपयोग किया गया है, जिनमें वेस्ट हीट रिकवरी, थर्मल एनर्जी कंट्रोल, रीजेनरेटिव इलेक्ट्रिक ड्राइव्स और इलेक्ट्रोलिटिक हाइड्रोजन (H₂) का प्रयोग शामिल है। इससे पारंपरिक CGL की तुलना में CO₂ उत्सर्जन में उल्लेखनीय कमी संभव होगी, जो कंपनी के ग्रीन स्टील और स्थिरता लक्ष्यों के अनुरूप है।
AM/NS India की विस्तार योजना के तहत हजीरा में कंपनी की वर्तमान 9 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) की क्षमता को 15 MTPA और उसके बाद 24 MTPA तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम दोनों स्टील निर्माण सुविधाएं शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, कंपनी आंध्र प्रदेश में भी एक इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट स्थापित करने जा रही है, जिसके लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। ओडिशा में भी कंपनी के नए संयंत्र के लिए कार्य प्रगति पर है, जहाँ कंपनी की उपस्थिति पहले से ही है।
AM/NS India डीकार्बनाइजेशन के प्रयासों को भी तेज़ी से आगे बढ़ा रही है। कंपनी नवीकरणीय ऊर्जा के अधिकतम उपयोग, ऊर्जा-कुशल तकनीक को अपनाने और लो-कार्बन मार्गों की खोज के लिए भी प्रतिबद्ध है, जो भारत के पर्यावरणीय लक्ष्यों के साथ पूर्णतः मेल खाता है।