
अजीत डोभाल ने की ब्लादिमीर पुतिन से मुलाकात !
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने बृहस्पतिवार, 7 जुलाई को मास्को में, क्रेमलिन में रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। यह बैठक सुरक्षा, आर्थिक और ऊर्जा सहयोग पर केंद्रित थी ।रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का इस वर्ष के अंत में भारत आने का कार्यक्रम है।
मास्को ! भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने बृहस्पतिवार, 7 जुलाई को मास्को में, क्रेमलिन में रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। यह बैठक सुरक्षा, आर्थिक और ऊर्जा सहयोग पर केंद्रित थी। रुसी सरकारी मीडिया स्पूतनिक की तरफ से जारी वीडियो में डोभाल ने भारत रूस के संबंधों को बेहद खास बताया और दोनों देशों के बीच मजबूत व रणनीतिक साझेदारी पर जोर दिया। डोभाल ने कहा, “हमारा रिश्ता बहुत खास और पुराना है। हम अपनी रणनीतिक साझेदारी को बहुत महत्व देते हैं। ”
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का इस वर्ष के अंत में भारत आने का कार्यक्रम है। यह जानकारी NSA डोभाल ने दी। वे ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार मास्को गये हैं। ट्रंप के द्वारा रूस से तेल खरीदने को लेकर भारत पर टैरिफ बढ़ाने के बाद यह दौरा बहुत खास माना जा रहा है। राष्ट्रपति पुतिन ने दोनों देशों के बीच 2030 तक व्यापार बढ़ाने के बारे में सहमति व्यक्त की। वर्तमान में यह 60 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार है, जिसे 100 अरब डॉलर से अधिक करने का लक्ष्य रखा गया है।
चीन के पश्चात भारत रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार है। यूक्रेन युद्ध शुरू होने से पहले भारत रूस से मात्र 0.2% यानि 68000 बैरल प्रतिदिन तेल आयात करता था। लेकिन मई’23 तक यह बढ़कर 45% यानि 20 लाख बैरल प्रतिदिन हो गया। जनवरी 2025 से जुलाई 2025 तक रोजाना भारत 17.8 लाख बैरल तेल खरीद रहा है। पिछले दो वर्षों से भारत हर साल 130 अरब डालर यानी 11.33 लाख करोड़ से ज्यादा का रुसी तेल खरीद रहा है।
डोभाल ने कहा, “हमें राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा की खबर से बहुत खुशी है। तारीखें लगभग तय हो चुकी हैं।” डोभाल ने रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु से मुलाकात में कहा था कि अब हमारे रिश्ते बहुत खास बन गये हैं, जिनकी हम कदर करते हैं। हमारे देश के बीच एक मजबूत साझेदारी है और हम उच्च स्तर पर बात करते हैं।
पीएम मोदी साल 2024 में दो बार रूस की यात्रा पर जा चुके हैं। वह BRICS शिखर सम्मलेन के लिए अक्टूबर 2022 को रुस गये थे। इससे पहले जुलाई में भी मोदी ने रूस का दौरा किया था। अपनी उसी रुसी यात्रा में उन्होंने पुतिन को भारत आने का न्योता दिया था।
पुतिन आखिरी बार 6 दिसंबर 2021 को मात्र चार घंटे की यात्रा पर भारत आये थे जहाँ उन्होंने भारत और रूस के बीच किए गये 28 समझौतों पर हस्ताक्षर किये थे। इसमें सुरक्षा और तकनीकी व्यापार का समावेश हुआ था। दोनों देशों ने 2025 तक 30 अरब डॉलर (2,53,000 करोड रुपए) का वार्षिक व्यापार करने का टारगेट रखा था। फरवरी 2022 में यूक्रेन-रूस के बीच युद्ध शुरू होने के बाद यह पुतिन की पहली भारत यात्रा होगी। पुतिन की इस भारत यात्रा से दोनों देशों के बीच 2030 के लिए आर्थिक प्रगति को और आगे बढ़ाने के अवसर मिलने की उम्मीद है।