
उत्तर मध्य रेलवेज की रेल-गाड़ियाँ CCTV कैमरों से सुसज्जित होंगी !
सुरक्षा को और मजबूत बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए उत्तर मध्य रेलवे (NCR) ने प्रयागराज, झाँसी और आगरा मंडल के सभी यात्री कोचों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया है।
प्रयागराज, 4 सितम्बर ! सुरक्षा को और मजबूत बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए उत्तर मध्य रेलवे (NCR) ने प्रयागराज, झाँसी और आगरा मंडल के सभी यात्री कोचों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया है।
इस परियोजना के अंतर्गत 895 आधुनिक एलएचबी (LHB) कोच और 887 पुराने आईसीएफ (ICF) कोच शामिल किये जाएँगे ताकि दोनों प्रकार के रैक निगरानी में लाये जा सकें।
अधिकारियों के अनुसार, AI-सक्षम कैमरे कुछ चुनिंदा प्रीमियम ट्रेनों में भी लगाए जाएँगे, जिनमें प्रयागराज एक्सप्रेस और श्रमशक्ति एक्सप्रेस शामिल हैं, ताकि उन्नत स्तर की मॉनिटरिंग सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा सकें।
पहले चरण में, प्रयागराज एक्सप्रेस, श्रमशक्ति एक्सप्रेस, प्रयागराज-डॉ. अंबेडकर नगर एक्सप्रेस, कालिंदी एक्सप्रेस, प्रयागराज-लालगढ़ एक्सप्रेस, सूबेदारगंज-देहरादून एक्सप्रेस, सूबेदारगंज-मेरठ सिटी संगम एक्सप्रेस और सूबेदारगंज-श्री माता वैष्णो देवी, कटरा-जम्मू मेल जैसी कई प्रमुख ट्रेनों में कैमरे लगाये जाएँगे ।
सभी वातानुकूलित कोचों के प्रथम, द्वितीय, तृतीय और कुर्सी-यान में 4-4 कैमरे होंगे।
साधारण (General) डिब्बों, एसएलआर (Seating cum Luggage Racks) कोच और पैंट्री कार में 6-6 कैमरे लगाये जाएँगे ।
ये कैमरे 100 किमी/घंटा से अधिक की रफ्तार पर और कम रोशनी की स्थिति में भी साफ वीडियो रिकॉर्ड करेंगे।
सीसीटीवी कैमरे प्रवेश द्वारों और गलियारों में लगाये जाएँगे, जिससे डिब्बों के अंदर होने वाली हर गतिविधि पर नज़र रखी जा सके। इनकी मॉनिटरिंग एनसीआर मुख्यालय के साथ-साथ आगरा, झाँसी और प्रयागराज स्थित मंडलीय रेल प्रबंधक (DRM) कार्यालयों में होगी। लोको पायलट के केबिन में भी निगरानी उपकरण लगाने की योजना है।
इस पहल के बारे में जानकारी देते हुए उत्तर मध्य रेलवे (NCR) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) शशिकांत त्रिपाठी ने कहा कि यह परियोजना यात्रियों की सुरक्षा और रेल यात्रा को अधिक सुरक्षित बनाने के रेलवे के संकल्प को दर्शाती है। उन्होंने बताया कि यह प्रणाली न केवल अवैध गतिविधियों को रोकने में मदद करेगी बल्कि तेजी से जाँच और निगरानी में भी सहायक होगी।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यह परियोजना यात्रियों की सुरक्षा में सुधार और रेल यात्रा में अधिक विश्वास स्थापित करने के लिए चल रहे प्रयासों का हिस्सा है। इंस्टॉलेशन का काम जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है।