सूरत में IVY ग्रोथ एसोसिएट्स द्वारा आयोजित 21BY72 स्टार्टअप समिट का चौथा संस्करण – CIFDAQ द्वारा प्रस्तुत और संगिनी द्वारा सह-प्रायोजित

अवध यूटोपिया में आयोजित इस मेगा इवेंट में वैश्विक स्टार्टअप इकोसिस्टम को एक साथ लाने और सूरत को इस क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए नेटवर्किंग, शिक्षा और सहयोग कार्यक्रमों की एक श्रृंखला होगी।

भारत और विदेश से निवेशक, उद्यमी और स्टार्टअप इकोसिस्टम से जुड़े लोग इसमें भाग लेंगे।

सूरत। सूरत में IVY ग्रोथ एसोसिएट्स द्वारा आयोजित 21BY72 स्टार्टअप समिट का चौथा संस्करण CIFDAQ द्वारा प्रस्तुत और संगिनी द्वारा सह-आयोजित किया गया है। अवध यूटोपिया में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम में भारत और विदेश से स्टार्टअप से जुड़े लोग, निवेशक आदि एक साथ आएंगे और वैश्विक स्टार्टअप इकोसिस्टम को एक साथ लाएंगे। गौरतलब है कि IVY ग्रोथ एसोसिएट्स एक अग्रणी वेंचर कैपिटल फर्म है और स्टार्टअप इकोसिस्टम के विकास का समर्थन करती है। यह कार्यक्रम वैश्विक स्टार्टअप इकोसिस्टम के मानचित्र पर सूरत को एक नई पहचान देने का प्रयास करेगा।

कार्यक्रम के आयोजक प्रतीक तोषनीवाल ने बताया कि उनके सहयोगी रचित पोद्दार, मेहुल शाह और शरद तोदी हर साल स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए इस समिट का आयोजन करते हैं। इस बार यह कार्यक्रम 14 और 15 जून को सूरत के अवध यूटोपिया में होगा। इससे वैश्विक स्टार्टअप इकोसिस्टम एक साथ आएगा, जिससे नए स्टार्टअप को बढ़ावा मिलेगा और निवेशकों को इसका एक्सपोजर मिलेगा। इस कार्यक्रम में 80 से अधिक स्टार्टअप प्रदर्शित किए जाएंगे।

अब तक भारत के सभी प्रमुख शहरों के अलावा अमेरिका से 10, यूएई से 18, जापान से 4, लंदन से 12 और सिंगापुर से 5 लोगों ने इस कार्यक्रम के लिए पंजीकरण कराया है। दो दिवसीय कार्यक्रम के उद्घाटन पर गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी और गजेंद्र शेखावत मौजूद रहेंगे। यह कार्यक्रम सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक चलेगा और इसमें स्टार्टअप पिच, निवेशकों के भाषण, पैनल चर्चा, कार्यशालाएं आदि शामिल होंगी। शार्क अजहर इकबाल भी मौजूद रहेंगे। सूरत में इस कार्यक्रम के आयोजन के बारे में प्रतीक तोषनीवाल ने कहा कि स्टार्टअप के मामले में सूरत और गुजरात देश में तीसरे स्थान पर हैं और यहां जितने निवेशक मिलते हैं, उतने शायद ही अन्य शहरों में मिलते हों।

CIFDAQ के संस्थापक और अध्यक्ष श्री हिमांशु मराडिया ने कहा, “भारत की असली क्षमता सपने देखने वालों और भविष्य को आकार देने वाले लोगों में निहित है।