शारजाह एयरपोर्ट इंटरनेशनल फ्री ज़ोन के बारे में……

सूरत में एसोचैम ने भारतीय कंपनियों के लिए यूएई के माध्यम से विश्व स्तर पर व्यापार का विस्तार करने के अवसरों की जानकारी दी

सूरत: भारत और यूएई का व्यापक आर्थिक सहयोग समझौता (सीईपीए) दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों को बढ़ाने में महती भूमिका निभाएगा। भारत और संयुक्त अरब अमीरात दोनों के व्यवसायों ने पहले से ही सीईपीए के तहत दी गई शुल्क छूट और बढ़ी हुई बाजार पहुंच का लाभ उठाना शुरू कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप न केवल द्विपक्षीय व्यापार बल्कि दो-तरफा निवेश भी बढ़ रहा है।

इसके अनुरूप, एसोचैम हाल हि सूरत में शारजाह एयरपोर्ट इंटरनेशनल फ्री ज़ोन, शारजाह सरकार, संयुक्त अरब अमीरात के प्रतिनिधियों और सूरत के एसोचैम सदस्यों के बीच भारत-यूएई सीईपीए के लाभों और संयुक्त अरब अमीरात में व्यापार के विभिन्न अवसरों के बारे में एक्ज़िम समुदाय को जानकारी देने के लिए एक बैठक आयोजित की। इन बैठकों का आयोजन दक्षिणी गुजरात चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया, सूरत डायमंड एसोसिएशन; सूरत ज्वैलरी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन; सूरत प्रबंधन संघ और दक्षिण गुजरात सूचना प्रौद्योगिकीविद् संघ के साथ किया गया। इन बैठकों में सूरत के 70 से अधिक प्रमुख व्यवसायों ने भाग लिया।

शारजाह सरकार, यूएई के सैफ जोन के डिप्टी डायरेक्टर श्री अली अल मुतवा ने कहा, “यूएई और अन्य जीसीसी बाजारों में भारतीय उत्पादों की महत्वपूर्ण मांग है और भारतीय निर्यातकों को इस अवसर का उपयोग करना चाहिए। सीईपीए के बाद, संयुक्त अरब अमीरात एक प्रमुख पुन: निर्यात केंद्र के रूप में उभरेगा। सैफ जोन में भारतीय कंपनियों के लिए कई आशाजनक अवसर और प्रोत्साहन हैं जिनका एक निवेशक लाभ ले सकता है।

एसोचैम, गुजरात काउंसिल के अध्यक्ष श्री चिंतन ठाकर ने कहा, “मध्य पूर्व, उत्तरी अफ्रीका और मध्य एशिया के बाजारों को देखने वाले भारतीय व्यवसायों के लिए, शारजाह एयरपोर्ट इंटरनेशनल फ्री (एसएआईएफ) जोन उनके मार्केटिंग के प्रयासों को बूस्ट करने में सहायक होगा। सूरत के उद्योगों और यूएई के बीच काफी तालमेल है। यह सूरत में बैठकें आयोजित करने का एक प्रमुख कारण है ताकि हम उद्योगपतियों के बीच जागरूकता बढ़ा सकें और वैश्विक स्तर पर अपना व्यवसाय स्थापित करने के लिए हर संभव मदद कर सकें।

शारजाह एयरपोर्ट इंटरनेशनल फ्री ज़ोन के बारे में:

शारजाह एयरपोर्ट इंटरनेशनल फ्री ज़ोन 1995 में स्थापित किया गया था और यह संयुक्त अरब अमीरात में सबसे पुराना मुक्त व्यापार क्षेत्र है। किसी भी उद्योग के लिए कार्यालय, गोदाम और बेहतरीन सुविधाओं के साथ जमीन उपलब्ध कराई जाती है। शारजाह अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के काफी नजदीक होने के कारण यह जोन व्यापार, निर्माण और रसद की दृष्टि से काफी उपयुक्त है। इस क्षेत्र में अपना व्यवसाय स्थापित करने वाले व्यापारियों के लिए कई सब्सिडी और प्रोत्साहन योजनाएं भी हैं। दुबई में अपना उद्योग स्थापित करने के इच्छुक लोगों के लिए यह व्यापार क्षेत्र एक केंद्र बिंदु है।

सिंगल ऑफिस स्पेस से लेकर पूरी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट तक, शारजाह एयरपोर्ट इंटरनेशनल फ्री ज़ोन के पास हर ज़रूरत को पूरा करने के लिए संसाधन हैं। शारजाह एयरपोर्ट इंटरनेशनल फ्री जोन में इस समय दुनिया भर की 7000 कंपनियां हैं, जिनमें से 2000 भारतीय कंपनियां हैं।