सूरत में बिजनेस टूरिज्म की अपार संभावनाएं

चैम्बर ऑफ कॉमर्स की टूरिज्म कॉन्क्लेव में विशेषज्ञों ने कई पहलू बताए

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सूरत. चैम्बर ऑफ कॉमर्स की ओर से शुक्रवार को टूरिज्म कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। जिसमें टूरिज्म क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों ने शहर के ट्रैवल एजेंट, होटेलियर और टूरिस्टों को मार्गदर्शन दिया। विशेषज्ञों ने सूरत में बिजनेस टूरिज्म की अपार संभावनाएं बताई।

गुजरात टूरिज्म विभाग से उपस्थित ख्याती नायक ने गुजरात सरकार की टूरिज्म पॉलिसी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गुजरात देश का पहला राज्य है, जहां हेरिटेज टूरिज्म पॉलिसी लागू की गई। गुजरात अब टूरिज्म में तेजी से बढ़ रहा है। समूचे देश की तस्वीर बदलने की ताकत सूरत में है। गुजरात में टूरिज्म स्पॉट की जानकारी देते हुए कहा कि सूरत में बिजनेस टूरिज्म स्थापित हो सकता है, लेकिन इसके लिए टूरिज्म इंडस्ट्रीज के व्यवसायिकों को प्रशिक्षित करना होगा। प्रशिक्षित मैनपावर मिलेगा तो टूरिज्म इंडस्ट्री ग्रो सकती है।

उनके अलावा गगन कट्याल ने होटल इंडस्ट्रीज कल-आज और कल विषय पर मार्गदर्शन दिया। गुजरात होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट सनत रेलिया ने स्टार रेटिंग और होटल ऑफ क्लासिफिकेशन, संजीव कुमार ने वियतनाम-एक लोकप्रिय टूरिस्ट आकर्षण पर जानकारी दी।

चैम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रमुख हिमांशु बोडावाला ने बताया कि भारत की जीडीपी में 6.8 फीसदी हिस्सा टूरिज्म और ट्रैवल्स क्षेत्र का है। गुजरात ने अब मेडिकल टूरिज्म पर ध्यान केंद्रित किया है। इसी का परिणाम है कि गुजरात में मेडिकल टूरिस्ट की संख्या में 33 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इस अवसर पर चैम्बर ऑफ कॉमर्स के इलेक्ट प्रेसिडेंट रमेश वघासिया, वाइस प्रेसिडेंट इलेक्ट विजय मेवावाला, मानद मंत्री भावेश टेलर समेत पदाधिकारी और विभिन्न एसोसिएशन के प्रतिनिधि उपस्थित थे।