सूरत विस्कोस वीवर्स एसोसिएशन ने वीवर्स के फंसे 6 करोड़ रूपये से ज्यादा की करवाई रिकवरी
सूरत विस्कोस वीवर्स एसोसिएशन की तीसरी वार्षिक आम बैठक आयोजित की गई
सूरत: सिल्क सिटी के नाम से मशहूर सूरत शहर में टेक्सटाइल इंडस्ट्री के हित में काम करनेवाली कई संस्थाएं कार्यरत है। जिसमें से एक है सूरत विस्कोस वीवर्स एसोसिएशन। सूरत विस्कोस वीवर्स एसोसिएशन की स्थापना 27-06-2020 को हुई थी। जिसमें 157 मेम्बर है। पिछले 3 साल से कार्यरत सूरत विस्कोस वीवर्स एसोसिएशन जीएसटी, एन्टी डम्पिंग, टफ सब्सिडी, वीवर्स की टेक्निकल समस्या और वीवर्स और बायर्स के बीच समाधान, लीगल एडवाइज जैसे मुद्दों पर काम कर वीवर्स को कदम-कदम पर साथ दे रही है। गुरूवार 14 सितंबर 2023 को विकेंड एड्रेस, दिल्ली पब्लिक स्कूल के पास, साइलेंट, जोन रोड, सूरत में सूरत विस्कोस वीवर्स एसोसिएशन की तीसरी एजीएम हुई। जिसमें मुख्य अतिथि के तौरपर चैंबर के अध्यक्ष रमेश वघासिया, अतिथि विशेष के तौरपर उपप्रमुख विजय मेवावाला, पूर्व प्रमुख हिमांशु बोडावाला, फियास्वी के भरत गांधी सहित अग्रणियों की उपस्थिति रही। एजीएम में एसोसिएशन का वार्षिक लेखा-जोखा रखा गया, जिससे सभी सदस्यों की सर्वसम्मति से मंजूर किया गया। और पिछले तीन साल में एसोसिएशन ने किए विकास कार्यों पर प्रकाश डाला गया।
इस अवसर पर सूरत विस्कोस वीवर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष धर्मेश पटेल ने सभी सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर एसोसिएशन द्वारा वीवर्स से कोई जानकारी मांगी जाती है, तो बेझिझक देनी चाहिए, इसी में सभी का हित है। इसमें किसी भी बात का डर नहीं होना चाहिए। सरकार की पॉलिसी चेंज होती रहती है। वीवर्स को रेफरन्स संबंधित बातों के लिए एसोसिएशन से सम्पर्क करना चाहिए। क्योंकि ब्लॉक लिस्ट के अलावा भी एसोसिएशन के पास कई शिकायतें आती रहती है। जिसकी जानकारी वीवर्स को मिल सकेंगी और उनके रूपये डूबेंगे नहीं। इस बात को लेकर उन्होंने एक वाकया बताया जिसमें एक पार्टी के 50 से 60 लाख रूपये का पेमेंट फंस गया है। जिस पार्टी के पास पेमेंट फंसा है उसकी ऑलरेडी एसोसिएशन के पास चार शिकायतें आ चुकी थी। अगर वीवर्स एसोसिएशन के सम्पर्क में रहते तो उन्हें यह आर्थिक नुकसान नहीं उठाना पड़ता। आजकल ब्लॉक लिस्ट किए गए बायर्स अन्य नाम से जीएसटी नंबर लेकर कारोबार करते होने की बात भी कहीं। उन्होंने बिजनेश में हेल्थी कॉम्पीटिशन करने की बात पर जोर देते हुए कहा कि आज डिजिटल सोशल मीडिया का युग है। आज कोई ग्राहक किसी का हमेशा के लिए नहीं रहता है। जैसे ही उसका कई अन्य जगह पर लाभ होता है तो वह अन्य से माल खरीदता है।
एसोसिएशन के सेक्रेटरी रंजनीभाई लालवाला ने बताया कि सूरत विस्कोस वीवर्स एसोसिएशन पिछले तीन साल से वीवर्स के कंधे-कंधा मिलाकर काम कर रहा है। अभी तक वीवर्स के फंसे 6 करोड़ से ज्यादा की रिकवरी एसोसिएशन करवाई है। उन्होंने सदस्यों से फीस भरकर रिनीवल और नई सदस्यता लेने की अपील की। जिसकी अंतिम तिथि 31 अक्टूबर 2023 है।
चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष रमेश वघासिया ने एसोसिएशन के विकास की कामना करते हुए एसजीसीसीआई ग्लोबल कनेक्ट मिशन 84 प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2027 तक भारत को पांच ट्रिलियन युएस डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए उद्योगपतियों को 1 ट्रिलियन युएस डॉलर का निर्यात लक्ष्य दिया गया है, इसलिए गुजरात क्षेत्र से निर्यात में उद्योगपतियों का योगदान बढ़ाने के लिए एसजीसीसीआई ग्लोबल कनेक्ट मिशन 84 के तहत चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं।
फियास्वी के भरत गांधी ने भी सरकार की टेक्सटाइल पॉलिसी और उद्योग की चुनौतियों पर प्रकाश ड़ालते हुए सभी को मार्गदर्शन किया। केपी ग्रुप के शहीदुल हसन ने वीवर्स एसोसिएशन के सदस्यों को सोलार एनजी से उद्योग को किस तरह लाभ हो सकता है इसके बारे में जानकारी दी। तीसरी वार्षिक आम बैठक के बाद सभी ने साथ में प्रीति भोज किया।