रेलवे स्टेशन के बाहर से अपहरण हुए युवक को पालधर से बचाया

सूरत। सूरत आए एक बिहारी युवक का शहर के रेलवे स्टेशन के बाहर से पूर्व मालिक समेत तीन लोगों ने अपहरण करने चर्चित मामले में महिधरपुरा पुलिसने रात एक बजे पालधर स्थित एक रेन कोट फैक्ट्रीमें ऑपरेशन कर दो जने को गिरफ्तार कर अपहरण युवक को मुक्त करवाया,दो साल पूर्व इस फैक्ट्रीमें कारीगर सप्लाय करने का कहकर पालधर के फैक्ट्री मालिक के पास से लिए 53 हजार रुपए वापस नहीं देने पर पूर्व मालिकने साथियो के साथ अपहरण किया था।
महिधरपुरा पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बिहार के मूल निवासी मोहम्मद दुलार बसीर अंसारी सूरत के खटोदरा स्वास्थ्य केंद्र के सामने रणछोड़राय नगर में एक रेनकोट फैक्ट्री में काम करते हैं। मालिक प्रतीकभाई ने कारीगरों को बुलाने के लिए कहा,तो उन्होंने मुंबई के पालघर में काम करने वाले अपने चचेरे भाई ओजेर ज़ानिफ़ अंसारी को बताया तो वह पांच अन्य कारीगरों के साथ रविवार सुबह लगभग आठ बजे सूरत रेलवे स्टेशन पर पहुंचे।मोहमद दुलार अपने साथी कारीगर नईम जमीर अंसारी को लेने के लिए ले गया।रेलवे स्टेशन के बाहर रिक्शा का इंतजार कर रहे थे,उसी समय पालघर में रेनकोट फैक्ट्री का मालिक सारिक जुनैद अंसारी अपने दो साथियो के साथ वहा आया और ओजेर की पिटाई कर गर्दन से गर्दन पकड़कर उसे कार में बैठा दिया।बीच-बचाव करने आए नईम को भी कार में डाल लिया और कार भगा दी।नईम को थोड़ा आगे उतार दिया गया और अपहरणकर्ता ने दुलार को फोन पर कहा कि उसे तभी छोड़ें जब वह बकाया 53 हजार रुपये का भुगतान करेगा।यदि पैसे नहीं मिलेंगे तो अपहरण युवक को जान से मारने की धमकी देने पर मामला महिधरपुरा थाने में पहुंचा था और पुलिस ने मामले की गंभिरता से लेकर तत्काल अपहरण का मामला दर्ज कर थाना निरीक्षक जीतू चौधरी सहित अधिकारी दौड़ते हो गए,अपहरणकर्ताओं मुंबई की तरफ भाग जाने की खबरों के बीच पुलिस की एक टीम मुंबई भेजी गई, इसी बिच महिधरपुरा पुलिसने रात एक बजे पालधर स्थित एक रेन कोट फैक्ट्रीमें ऑपरेशन कर अपहरण युवक को मुक्त करवा सारिक जुनैद अंसारी तथा फारूक औसेद अंसारी की गिरफ्तार कर लिया।