जाली नोट मामले में मास्टर माइंड गिरफ्त में : किसी को शक न हो, इसलिए छापते थे सिर्फ ₹100 के नोट

1,20,200 रुपए के जाली नोटों के साथ नोट छापने की सामग्री पुलिस ने की थी जब्त

सूरत. सरथाणा क्षेत्र के एक शॉपिंग कॉप्लेक्स के ऑफिस में चल रहे जाली नोट छापने के कारखाने का पर्दाफाश होने के बाद अब जांच में नेटवर्क की परतें खुलती जा रही है। शनिवार रात जहां पुलिस ने जाली नोटों की डिलीवरी लेने आए दो युवकों समेत तीन जनों को गिरतार किया था, उसके बाद अब इस नेटवर्क के मास्टर माइंड सागर नाम के आरोपी को भी गिरतार कर लिया है। आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि वे सिर्फ 100 के जाली नोट ही छापते थे, जिससे किसी को आशंका न हो और वे आसानी से उसे बाजार में भुना सके।

एसओजी पुलिस ने शनिवार रात सूचना के आधार पर सरथाणा के एपल स्क्वेयर में ऑनलाइन होजियरी बिजनेस के ऑफिस में छापा मारकर जाली नोट छापने के कारखाने का भंड़ाफोड़ किया था।

पुलिस ने यहां से भावेश राठौड़ और जाली नोटों की डिलीवरी लेने आए दो युवक राहुल चौहाण व पवन बानोडे समेत तीन जनों को 1,20,200 रुपए की 100-100 की 1202 जाली नोटों को साथ धर दबोचा। जबकि मुय आरोपी और भावेश का सगा भाई सागर राठौड़ पुलिस को चमका देकर भाग गया था।

पुलिस ने ऑफिस से जाली नोट छापने के लिए उपयोग में लिए जाने वाले कप्यूटर, प्रिंटिंग मशीन, इंक और कागज भी जब्त किए थे। देर रात पुलिस ने सागर को भी गिरतार कर लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि इससे पहले वह दस हजार रुपए के जाली नोट छापकर बाजार में भुना चुके हैं।

सागर ने बताया कि 500 की बड़ी नोट भुनाते समय पकड़े जाने का डर होता है क्योंकि कई बार 500 के जाली नोट पकड़े जा चुके हैं जबकि 100 रुपए की छोटी नोट होने से कोई अधिक ध्यान नहीं देता, इसलिए वे सिर्फ 100 रुपए के ही जाली नोट छापते थे और बाजार में सब्जी विक्रेता, ठेले और पान की दुकान पर भुनाते थे।