मेट्रो रेल हादसा : 17 दिन बाद मकान से क्रेन-लॉन्चर मशीन हटाने की कार्रवाई शुरू
135 टन वजनी लॉन्चर मशीन चढ़ाते समय क्रेन और मशीन मकान पर गिर गई थी
सूरत: सरथाणा से ड्रीम सिटी मेट्रो रेल रूट के निर्माणकार्य के दौरान 22 अगस्त को नाना वराछा में क्रेन और लॉन्चर मशीन एक मकान पर गिरने के 17 दिन बाद शनिवार से क्रेन और मशीन को हटाने की कार्रवाई शुरू की गई। मकान मालिक ओर से मंजूरी मिलने पर के बाद मौके पर दो क्रेन मंगवाई गई और अब धराशायी क्रेन और मशीन को हटाया जा रहा है।
गुजरात मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की ओर से सूरत में दो फेज में मेट्रो रेल परियोजना का निर्माण किया जा रहा है। इस दौरान 22 अगस्त को सरथाणा से ड्रीम सिटी रूट पर नाना वराछा तपोवन सर्कल के पास दो क्रेन की मदद से 135 टन का लॉन्चर मशीन गर्डर पर चढ़ाया जा रहा था, तभी एक क्रेन नम गई थी और दूसरी क्रेन पर अधिक भार आने से क्रेन मशीन के साथ पास की यमुना नगर सोसायटी के एक मकान पर गिर गई थी। क्रेन और मशीन गिरने से मकान क्षतिग्रस्त हो गया था और कई वाहन भी दब गए थे। हादसे के बाद से अब तक क्रेन और मशीन यथास्थिति में थे। मकान मालिक इसे हटाने के लिए मंजूरी नहीं दे रहा था। उनका कहना था कि जब तक स्ट्रक्चर जांच की रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक वे क्रेन हटाने नहीं देंगे। अब मकान मालिक महेश देसाई की ओर से इसके लिए मंजूरी मिल गई। इसके बाद शुक्रवार शाम जीएमआरसी की ओर से धराशायी क्रेन और मशीन हटाने के लिए दो क्रेन मौके पर लाई गई। शनिवार सुबह से ही इन क्रेनों के जरिए मकान पर गिरी क्रेन और मशीन हटाने की कार्रवाई शुरू की गई है। रविवार शाम तक यह कार्रवाई पूरी होने की उम्मीद जताई जा रही है।