सूरत. नवरात्रि पर्व के दौरान मांगरोल तहसील के मोटा बोरसरा में किशोरी के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना में पुलिस ने सिर्फ 16 दिन में जांच पूरी कर गुरुवार को कोर्ट में 3000 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में पेश कर दी। चार्जशीट में 60 गवाहों के बयान के साथ ही मेडिकल जांच रिपोर्ट सबूत के तौर पर शामिल किए गए हैं। मामले की सुनवाई फास्ट्र ट्रैक कोर्ट में होगी। सरकार की ओर से सुनवाई के लिए विशेष लोक अभियोजक की नियुक्ति की गई है।
नवरात्रि पर्व के दौरान 8 अक्टूबर की रात हुई सामूहिक गैंग रेप की घटना के बाद महिला सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे थे। ऐसे में पुलिस विभाग ने मामले की गंभीरता से ना सिर्फ जांच शुरू की बल्कि घटना के कुछ ही घंटों में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाई जा सके और पीडि़ता को न्याय मिल सके, इसलिए 20 दिन के दौरान ही जांच पूरी कर कोर्ट में चार्जशीट पेश करने का दावा भी गृह मंत्री हर्ष संघवी ने किया था। दावे के मुताबिक ही पुलिस ने सिर्फ 16 दिन में जांच पूरी कर गुरुवार को आरोपियों के खिलाफ 3000 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में पेश कर दी। सूरत जिला पुलिस अधीक्षक हितेश जॉयसर ने बताया कि 467 पेज प्रमुख हैं और अन्य 2500 से पन्ने जांच मेटेरियल की सॉफ्ट कॉपियां हैं। इसमें 60 गवाहों के बयान और मेडिकल जांच रिपोर्ट को सबूतों के तौर पर शामिल किया गया है।