मोटा बोरसरा गैंगरेप केस : दोनों बलात्कारियों को जीवन के अंतिम सांस तक की कैद

सूरत. मांगरोल के मोटा बोरसरा गांव की सीमा में किशोरी से सामूहिक बलात्कार के बहुचर्चित मामले में सेशन कोर्ट ने सोमवार को दोषित दोनों बलात्कारियों को जीवन के अंतिम सांस तक की कैद और दस लाख रुपए जुर्माने की सजा सुनाई। शनिवार को कोर्ट ने सुनवाई पूरी कर दोनों को दोषी ठहराया था और सजा पर फैसला सोमवार तक सुरक्षित रख लिया था।

सोमवार सुबह दोनों दोषियों मुन्ना उर्फ खलबली पासवान और रामसजीवन उर्फ राजू विश्वकर्मा को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया। इसके बाद कोर्ट ने सजा पर फैसला सुनाना शुरू किया। कोर्ट ने दोनों को जीवन के अंतिम सांस तक की कैद और दस लाख रुपए जुर्माने की सजा सुनाई। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि आरोपियों ने लूट चलाने के बाद किशोरी से यौन संबंध बनाने की मांग की थी। जब पीड़िता और उसके दोस्त ने प्रतिकार किया तो युवक की पिटाई की और किशोरी को खेत में खींच कर लेके गए और सामूहिक बलात्कार जैसा जघन्य कृत्य किया है। सभी 45 से अधिक उम्र के है और उनके मोबाइल से अश्लील फोटो व वीडियो मिले हैं, जिससे वे विकृत मानसिकता रखते थे यह साबित होता है। जिस तरफ का कृत्य आरोपियों ने किया है वह समाज विरोधी जघन्य कृत्य है और ऐसे मामलों में यदि दोषियों को कम सजा सुनाई जाती है तो समाज में गलत संदेश जाएगा। ऐसे में दोषियों को अधिकतम सजा सुनाना न्यायोचित होगा यह कोर्ट का मानना है।

– 15 दिन में जांच, 130 दिन में सुनवाई पूरी

नवरात्र पर्व के पांचवे दिन हुई इस जघन्य घटना को लेकर समाज में आक्रोश फैल गया था। जिसे गंभीरता से लेते हुए सरकार ने जल्द जांच पूरी कर मामले की सुनवाई फास्ट ट्रेक कोर्ट में चलाने का निर्णय किया था। पुलिस ने सिर्फ 15 दिन में जांच पूरी कर 3000 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में पेश की थी। मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से सुनवाई के लिए विशेष लोक अभियोजक के तौर पर नयन सुखड़वाला को नियुक्त किया गया था। डे टू डे कोर्ट में सुनवाई चली और सिर्फ 130 दिनों में कोर्ट ने सुनवाई पूरी कर फैसला सुना दिया।

– यह था मामला :

नवरात्र पर्व के दौरान पांचवें दिन रात के समय पीड़ित किशोरी अपने दोस्त के साथ मोटा बोरसरा गांव की सीमा में सुनसान सड़क पर बैठे थे, तभी तीन आरोपी वहां पहुंचे। पहले तो उन्होंने दोनों से उनके मोबाइल फोन और सोने की चेन लूट ली। बाद में युवक की पिटाई कर किशोरी को खेत में खींच ले गए और उसके साथ सामूहिक बलात्कार कर फरार हो गए थे। पुलिस ने वारदात के चंद घंटों में आरोपियों ढूंढ कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि तीन में से एक शिवशंकर नाम के आरोपी की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। जिससे पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट पेश की थी।

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