पुलिस की दलील, पूर्व नियोजित षड़यंत्र की आशंका, कोर्ट ने मंजूर की दो दिन की रिमांड

गणपति पंडाल में पथराव के बाद भड़की थी हिंसा – सभी 27 आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर रिमांड के लिए 17 मुद्दे रखे सामने

सूरत. सैयदपुरा के वरीयावी बाजार क्षेत्र में गणेश पंडाल में पथराव के बाद हुई हिंसा में गिरफ्तार सभी 27 आरोपियों को मंगलवार को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। मुख्य जिला लोक अभियोजक नयन सुख़ड़वाला ने पूरे मामले में पूर्व नियोजित षडयंत्र की आशंका व्यक्त करते हुए दलीलें पेश की और आरोपियों की 14 दिन की पुलिस रिमांड मंजूर करने की मांग की। बचाव पक्ष की ओर से अलग-अलग चार अधिवक्ताओं ने दलीलें पेश कर रिमांड की मांग खारिज करने की मांग की। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने सभी 27 आरोपियों की दो दिन की रिमांड मंजूर कर उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया।

रविवार रात हुई हिंसा के बाद पुलिस ने आधी रात तलाशी अभियान चलाकर उपद्रव मचाने के आरोप में 27 जनों को हिरासत में लिया था। सोमवार सुबह उनके खिलाफ हत्या की कोशिश समेत दंगा फसाद की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे पुलिस ने सभी 27 आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। पुलिस की ओर से रिमांड के लिए कुल 17 मुद्दे पेश किए गए। सरकार की ओर से मुख्य लोक अभियोजक नयन सुखड़वाला ने दलीलें पेश की। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में पूर्व नियोजित षड़यंत्र की आशंका है। एक साथ इतनी मात्रा में पत्थर और हथियार कहां से आए। आरोपियों की टोली ने पुलिस चौकी पर धावा बोल पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों की हत्या की कोशिश की है। इस षड़यंत्र में बाहरी लोगों के साथ तार जु़ड़े हो सकते हैं ऐसे में पूरे मामले की तह तक जांच करना जरूरी है और इसके लिए आरोपियों की पुलिस हिरासत जरूरी है। बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता हसमुख
लालवाला और जावेद मुलतानी समेत चार अधिवक्ताओं ने दलीलें पेश की और पुलिस की ओर से पेश किए गए मुद्दों को रिमांड के लिए अपर्याप्त बताते हुए रिमांड अर्जी नामंजूर करने की मांग की। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने आरोपियों की दो दिन की रिमांड मंजूर कर ली।

– कोर्ट में बीमार हुआ एक आरोपी :-
पुलिस की ओर से आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद कोर्ट रूम में भीड़ हो गई थी। इस दौरान इलियास नाम के एक आरोपी की अचानक तबीयत बिगड़ गई। उसे तत्काल कोर्ट रूम से पुलिस वैन में अस्पताल ले जाया गया। बताया जा रहा है कि आरोपी टीबी का मरीज है।

– उमरा थाने के बाहर परिजनों का जमावड़ा :-
गिरफ्तारी के बाद आरोपियों को उमरा थाने में रखा गया था। उन्हें रिमांड के लिए ले जाने से पहले आरोपियों के परिजन और परिचितों की भीड़ उमरा थाने के बाहर देखने को मिली। भीड़ को देखते हुए पुलिस की ओर से यहां पर भी निगरानी रखी जा रही थी।

– कोर्ट परिसर में सुरक्षा इंतजाम :
आरोपियों की कोर्ट में पेशी के दौरान किसी तरह की गड़बड़ी या अप्रिय घटना न हो इसलिए पुलिस की ओर से सतर्कता बरती गई। कोर्ट के सभी प्रवेश द्वारों पर पुलिस तैनात कर दी गई थी। इसके अलावा कोर्ट रूम के बाहर और परिसर में भी पुलिस जवान तैनात किए गए थे।

– एक युवक को नोटिस देकर छोड़ा :-
पुलिस ने उपद्रव के आरोप में कुल 28 जनों को हिरासत में लिया था। हालांकि इनमें से एक युवक की लिप्तता नहीं होने पर उसे पुलिस ने नोटिस देकर मुक्त कर दिया और बचे 27 को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया।