
इंडोर स्टेडियम में संस्कार, शिक्षा और संस्कृति का संगम, वी. एन. गोधाणी इंग्लिश स्कूल का भव्य वार्षिक उत्सव उत्साहपूर्वक संपन्न
सूरत. शहर के कतारगाम क्षेत्र में स्थित वी.एन. गोधाणी इंग्लिश स्कूल द्वारा दिनांक 24 दिसंबर 2025 को सूरत के इंडोर स्टेडियम में वर्ष 2024-25 का भव्य वार्षिक उत्सव गौरवपूर्ण और उत्साहपूर्वक आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में शिक्षा, संस्कार और संस्कृति का अनूठा संगम देखने को मिला। कार्यक्रम में सूरत शहर के मेयर श्री दक्षेशभाई मावाणी, सांसद श्री मुकेशभाई दलाल तथा वीर नर्मद साउथ गुजरात यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. किशोरसिंह चावड़ा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। साथ ही पद्मश्री मथुरभाई सवाणी, पद्मश्री सवजीभाई ढोलकिया सहित अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
इस अवसर पर पिछली बोर्ड परीक्षा में A और A+ ग्रेड प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को चेक देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा गोधाणी प्रतिभा छात्रवृत्ति परीक्षा उत्तीर्ण कर तीन वर्षों तक फीस माफी पाने वाले कक्षा 6 के विद्यार्थियों तथा सभी कक्षाओं में पिछली वार्षिक परीक्षा में A+ ग्रेड प्राप्त कर एक वर्ष की फीस माफी पाने वाले विद्यार्थियों का भी सम्मान किया गया।

वार्षिक उत्सव का मुख्य आकर्षण विद्यालय के लगभग 1600 विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम रहे। दीपावली, होली, उत्तरायण, नवरात्रि, जन्माष्टमी और दुर्गापूजा जैसे भारतीय पर्वों, कृषि, हीरा और कपड़ा जैसे व्यवसायों तथा देशभक्ति की थीम पर आधारित प्रस्तुतियों ने उपस्थित अतिथियों और दर्शकों को भावविभोर कर दिया।
इस कार्यक्रम के लिए विद्यार्थियों को विद्यालय ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री गोविंदकाका तथा श्रीमती माधवीबेन और मयूरीबेन के प्रेरणादायी मार्गदर्शन में, डायरेक्टर श्री भावेशभाई लाठिया और विद्यालय की प्राचार्या दिव्याबेन गज्जर के निर्देशानुसार शिक्षकों द्वारा कठोर परिश्रम से तैयार किया गया था।
“विद्याविहारसदने, दीप्त भविष्यदीपकम्। शिक्षणं संस्कृतिं यत्र, तत् विद्यालयं नमाम्यहम्॥”
इस सूत्र को सार्थक करता यह वार्षिक उत्सव उपस्थित सभी के लिए स्मरणीय बन गया।
उल्लेखनीय है कि वी. एन. गोधाणी एक ऐसी शैक्षणिक संस्था है, जहां संस्कारों के साथ धर्म की शिक्षा भी दी जाती है। यहां प्रतिदिन विद्यार्थियों द्वारा यज्ञ किया जाता है, साथ ही गीता के अध्यायों का पाठ और हनुमान चालीसा का पाठ भी कराया जाता है।
