हीराबा के नाम पर बेटियों की शिक्षा के लिए उदार पहल…

सूरत के उद्योगपति पीयूष देसाई का संकल्प: 21,000 बेटियों को मिलेगी 7,500 रुपए की सहायता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन के अवसर पर “हीराबा नो खमकार” अभियान के तहत अब तक 251 बेटियों को सहायता, धनतेरस पर और 151 को मिलेगा लाभ

सूरत. शिक्षा के माध्यम से समाज की उन्नति का संदेश देते हुए सूरत के युवा उद्योगपति श्री पीयूषभाई भूराभाई देसाई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन के अवसर पर उनकी माता हीराबा के नाम से “हीराबा नो खमकार” शीर्षक के तहत एक अनोखा अभियान शुरू किया है। इस पहल के तहत पीयूषभाई ने 21,000 आर्थिक रूप से कमजोर बेटियों को 7,500 रुपए की सहायता देने का संकल्प लिया है। इस सहायता राशि से बेटियों को स्कूल फीस और शैक्षिक सहायता मिलेगी।
पीयूषभाई देसाई ने बताया कि बेटी को शिक्षित करना समाज की प्रगति का पहला कदम है। बेटी मजबूत होगी तो परिवार और राष्ट्र मजबूत होगा।

इस अभियान का शुभारंभ श्री सी.आर. पाटिल साहब के हाथों किया गया था, जिसमें पहले चरण में 251 बेटियों को सहायता प्रदान की गई थी। अब आगामी धनतेरस के शुभ अवसर पर और 151 बेटियों को सहायता दी जाएगी।

उल्लेखनीय है कि मूल रूप से बनासकांठा जिले के नाणोटा गाँव के निवासी पीयूषभाई का जन्म 21 अप्रैल, 1993 को हुआ था। वर्तमान में वे सूरत शहर में टेक्सटाइल, जमीन बिक्री, भवन निर्माण और वित्त क्षेत्र में सफलतापूर्वक कार्यरत हैं।
समाजसेवा की भावना के साथ शुरू किया गया “हीराबा नो खमकार” अभियान उद्योगपतियों और युवाओं के लिए प्रेरणादायी है, जो दर्शाता है कि सच्ची सफलता तभी मिलती है जब उसे समाज के साथ साझा किया जाता है।
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