
“आध्याशक्ति” से छात्राओं में आत्म-विश्वास की नई लहर और अपनी मान्यताओं पर सोच विचार..: अ.नि.स. युवा टीम द्वारा एक नई सराहनीय पहल
नई दिल्ली, अप्रैल 2025 — दिल्ली विश्वविद्यालय के इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर वूमेन में ‘आध्याशक्ति’ पाठ्यक्रम के अंतर्गत अ.नि.स. (A.Ni.S.) युवा टीम द्वारा आयोजित दो दिवसीय विशेष कार्यक्रम ने युवा छात्राओं में आत्म-विश्वास, नेतृत्व और नई ऊर्जा का संचार कर दिया। युवा टीम के अनुभवी प्रशिक्षक वैभव परिख के नेतृत्व में विश्व विद्यालय की छात्राओं ने अपनी कमजोरी और शक्ति से भरी मान्यताओं के विषय में चर्चा की। जब सही मार्गदर्शन और विश्वास साथ होते हैं, तो असंभव भी संभव हो जाता है – इस विषय पर भी वैभव पारीख ने छात्राओं से विचार विमर्श किया ।
सत्र की शुरुआत में एक प्रेरक कहानी के माध्यम से छात्राओं को यह सिखाया गया कि उनकी सबसे बड़ी शक्ति उनके अपने विश्वासों में निहित है। उन्होंने अपने आत्म-संवाद और निर्णय क्षमता को मजबूत करने के व्यावहारिक तरीके सीखे। टीम आध्याशक्ति का उद्देश्य भी यही था ।
प्रशिक्षक वैभव परिख ने अपने संबोधन में प्रवृति के माध्यम से बताया कि, “जिस प्रकार जड़े वृक्ष को मजबूती देती है, उसी प्रकार किसी भी व्यक्ति की खुद के प्रति मान्यताएं उसके जीवन विकास की आधारशिला होती है।” अत: उन्होंने यह निष्कर्ष निकाला कि अपनी मान्यताओं को समय समय पर प्रश्न करना, उन्हें जांचना, यदि आवश्यक हो तो उसे बदलना – यह आत्म विश्वास के लिए अत्यंत आवश्यक है।
आध्याशक्ति के विभिन्न सत्रों में छात्राओं को नेतृत्व कौशल, संवाद क्षमता और मानसिक दृढ़ता जैसे पहलुओं पर प्रशिक्षित किया गया। हर गतिविधि ने उनमें आत्म-मूल्यांकन और आत्म-निर्भरता की भावना को मजबूती से विकसित किया।
अ.नि.स. की संस्थापक श्रीमती गीता श्रॉफ ने कहा, “‘आध्याशक्ति’ केवल एक पाठ्यक्रम नहीं, एक आंदोलन है — जो युवा महिलाओं को अपनी शक्ति को पहचानने और उसे सकारात्मक दिशा में प्रयोग करने के लिए प्रेरित करता है।”
इस कार्यक्रम में अ.नि.स. युवा टीम के अन्य वरिष्ठ प्रशिक्षकों — पमीर शाह, राजन सिंह, नियती विज ने भी विशेष सत्र लिए जहां उन्होंने छात्राओं को प्रेरणादायक और व्यावहारिक अभ्यासों और व्यक्तिगत अनुभवों से सशक्त किया। युवा निशा बंथ तथा निशा आनंद का भी विशेष सहयोग रहा। दो दिवसीय इन सत्रों ने आध्याशक्ति के इस विशेष कार्यशाला को एक सम्पूर्ण अनुभव बना दिया। इस कार्यक्रम में आई पी कॉलेज की प्रोफेसर पूनम कुमरिआ और उनकी टीम का बहुत विशेष सहयोग रहा।
‘आध्याशक्ति’ इक ऐसी पहल है जो आज छात्राओ को सही मार्गदर्शन और प्रेरणा के साथ उनके स्व नेतृत्व द्वारा समाज और राजकरण में बदलाव लाने के लिए तैयार करती है । जिस से वो कल की समाज-निर्माता बन सकती हैं।