AM/NS Indiaने कवास स्थित सरकारी स्कूल में AI सक्षम डिजिटल क्लासरूम का लोकार्पण किया
हजीरा-सूरत, अक्टूबर 11, 2024: आर्सेलरमित्तल निप्पोन स्टील इंडिया (AM/NS India) ने गुरुवार को अपने CSR प्रोजेक्ट “डिजिटल पाठशाला” के तहत कवास गांव के सरकारी प्राथमिक शाला में AI सक्षम डिजिटल क्लासरूम का निर्माण कर लोकार्पण किया। इस डिजिटल क्लासरूम का मुख्य उद्देश्य परंपरागत शिक्षा के माहौल आधुनिक टेक्नोलॉजी को जोड़कर विद्यार्थियों के लिए शिक्षा को अधिक सुलभ और आकर्षक बनाकर ग्रामीण शिक्षा में डिजिटल विभाजन को दूर करना है।
क्लासरूम का लोकार्पण तृप्तिबेन पटेल, अध्यक्ष, तालुका पंचायत, चौर्यासी की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। इस अवसर पर डॉ.अनिल मटू, हेड – कॉर्पोरेट अफेयर्स, हजीरा, AM/NS India, अर्चना धामेलिया, तालुका शिक्षा अधिकारी, तालुका पंचायत कार्यालय, नीलेश तड़वी, सदस्य, तालुका पंचायत, लता पटेल, सदस्य, तालुका पंचायत, ज्योति राठौड़, सरपंच, कवास गांव, मनोज पटेल, डिप्टी सरपंच, कवास गांव, परेश टंडेल, ब्लॉक रिजॉर्सिज को-ऑर्डिनेटर, चौर्यासी और तेजल पटेल, प्रधानाध्यापक, कवास प्राथमिक विद्यालय, स्कूल स्टाफ, ग्रामीण और छात्र भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर डॉ. अनिल मटू, हेड – कॉर्पोरेट अफेयर्स, हजीरा, AM/NS Indiaने कहा कि “कवास स्थित यह AI सक्षम डिजिटल क्लासरूम हजीरा क्षेत्र में विद्यार्थीओ को डिजिटल संसाधन और नई शिक्षा पद्धति का एक्सेस प्रदान कर तेज गति से विकसित हो रहे डिजिटल वर्ल्ड के लिए तैयार करने की ओर एक बड़ा कदम है। हम उन्हें उचित साधनों के जरिए सशक्त कर उनके शैक्षणिक अनुभव और भविष्य की रोजगार क्षमता को बढ़ाने का लक्ष्य रखते हैं। यह पहल स्थानीय समुदाय के सुधार के लिए हमारी प्रतिबद्धता को भी प्रतिबिंबित करती है।”
समारोह के दौरान क्लासरूम की डिजिटल क्षमताओं को प्रदर्शित किया गया। जिसमें विद्यार्थी और मेहमानोंने नए आधुनिक डिजिटल उपकरणों की जानकारी हांसिल की और इंटरेक्टिव सत्र में भाग लिया। स्थानीय समाज अग्रणी और अभिभावकोंने भी इस पहल की सराहना की। इससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होने के साथ डिजिटल संसाधन के पहुंच के साथ आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
प्रोजेक्ट “डिजिटल पाठशाला” के तहत AM/NS India अब तक सूरत के 23 सरकारी प्राथमिक स्कूलों में डिजिटल क्लासरूम का निर्माण कर चुकी है। डिजिटल क्लासरूम अधिक इंटरेक्टिव शैक्षणिक माहौल के निर्माण के लिए आधुनिक टेक्नोलॉजी, आधुनिक शिक्षा उपकरण और AI संचालित साधनों से लैस हैं।