औरो यूनिवर्सिटी ने आयोजित किया 12वां दीक्षांत समारोह

सूरत, 6 दिसंबर, 2024-औरो यूनिवर्सिटी ने शुक्रवार, 6 दिसंबर, 2024 को अपना 12वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया, जो सर्वांगिक और परिवर्तनकारी शिक्षा के प्रति विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस अवसर पर औरो यूनिवर्सिटी ने मेधावी विद्यार्थियों को कुल 41 पदक प्रदान किए, जिनमें से 16 स्वर्ण पदक और 25 रजत पदक शामिल हैं । इनमें 23 छात्राओं ने 18 छात्रों को पीछे छोड़ते हुए पदक जीते। इस दीक्षांत समारोह में कुल 275 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई, जिनमें 156 लड़के और 119 लड़कियां शामिल हैं। इनमें 200 स्नातक, 71 स्नातकोत्तर और 4 पीएचडी शामिल थे, जिन्हें बिजनेस, लॉ, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और लिबरल आर्ट्स एंड ह्यूमन साइंसेस स्कूलों से पीएचडी डिग्री प्रदान की गई। डिग्री प्राप्त करने वालों की संख्या में स्कूल ऑफ बिजनेस ने 120 स्नातकों के साथ शीर्ष स्थान प्राप्त किया। इसके बाद इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (44), लॉ (28), लिबरल आर्ट्स एंड ह्यूमन साइंसेज और हॉस्पिटैलिटी (23-23), जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन (21) और स्कूल ऑफ डिजाइन (16) छात्रों को डिग्री प्रदान की गई ।
माननीय कुलपति प्रोफेसर परिमल एच. व्यास ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में औरो यूनिवर्सिटी की महत्वपूर्ण उपलब्धियों और एनईपी-2020 के कार्यान्वयन की प्रमुख उपलब्धियों को साझा किया। उन्होंने रैंक धारकों को बधाई दी और 2024 बैच के मेधावी छात्रों को प्रेरित किया।


अपने अध्यक्षीय संबोधन में, संस्थापक और कुलाधिपति हसमुख पी. रामा ने औरो यूनिवर्सिटी की महत्वपूर्ण उपलब्धियों को दोहराया। उन्होंने कहा, “हम अपने विद्यार्थियों को भविष्य के नेतृत्व के लिए सक्षम और सशक्त बनाते हैं।”
मुख्य अतिथि, पद्मश्री सवजीभाई ढोलकिया, जो हरी कृष्णा एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक और अध्यक्ष हैं, ने अपने जीवन के अनुभवों को छात्रों के साथ साझा किया और छात्रों को न केवल सफलता की ओर बढ़ने, बल्कि समाज की सेवा और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए प्रेरित किया ।
औरो यूनिवर्सिटी का 12वां दीक्षांत समारोह समग्र शिक्षा के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता और “लर्नर्स टू लीडर्स” के विश्वविद्यालय के टैगलाइन को साकार करने का एक गौरवशाली प्रमाण है। यह समारोह छात्रों के प्रति पूर्ण प्रतिबद्धता और नवाचार के माध्यम से भारत को “विकसित भारत @2047” में बदलने की दिशा में योगदान को उजागर करता है, जैसा कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी “नए भारत” के निर्माण की कल्पना करते हैं ।

Hasmukh P. RamaPer universitysuratUniversity