दीपावली की विजय और परंपरा का उत्सव: व्हाइट लोटस इंटरनेशनल स्कूल के छात्रों द्वारा बनाए गए प्रकाश के दीप

दीपावली, प्रकाश का यह उत्सव, बुराई पर अच्छाई और अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है। यह एक ऐसा समय है जब समुदाय एक साथ आते हैं और परिवार, स्वास्थ्य और समृद्धि के आशीर्वादों पर चिंतन करते हैं। इस पर्व का नाम घरों के बाहर जलाए जाने वाले दीपों (दीपा) की पंक्तियों से लिया गया है,

जो आंतरिक प्रकाश का प्रतीक हैं, जो हमें आध्यात्मिक अंधकार से बचाते हैं। भारत भर में दीपावली श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाई जाती है, और यह भगवान को शांति, समृद्धि और सुख के रक्षक और प्रदाता के रूप में सम्मानित करती है। उत्तर भारत में, यह पर्व राम राजा के रावण पर विजय प्राप्त कर अयोध्या लौटने का प्रतीक है। दक्षिण भारत में, यह भगवान कृष्ण द्वारा राक्षस नरकासुर के वध का उत्सव है, और पश्चिम भारत में, यह दिन भगवान विष्णु द्वारा राजा बलि को पाताल लोक भेजकर धरती पर संतुलन और शांति बनाए रखने का प्रतीक है।

व्हाइट लोटस इंटरनेशनल स्कूल में हमारे छात्रों ने पूरे जोश और उत्साह के साथ इस त्योहार को मनाया। उन्होंने हमारी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को संजोते हुए सुंदर लालटेन और दीवार सजावट बनाईं। उनकी रचनात्मकता और उत्साह ने इस आनंदमय और रंगारंग पर्व का स्वागत करने के लिए एक नई रोशनी बिखेरी।