सूरत। गुजरात शिक्षा विभाग ने प्री-प्राइमरी स्कूलों के पंजीकरण के लिए 15 फरवरी तक का समय दिया है। सूरत शहर में करीब 1005 स्कूल हैं, लेकिन अभी तक सिर्फ 12 स्कूलों ने ही पंजीकरण कराया है। स्कूलों में नामांकन काफी कम रहा है, जिससे शिक्षा विभाग भी चिंतित है। इसके चलते सूरत जिला शिक्षा अधिकारी स्कूल संचालकों के साथ बैठक कर रहे हैं।
गुजरात शिक्षा विभाग ने प्री-प्राइमरी स्कूलों के पंजीकरण के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं, लेकिन इन नियमों के अनुसार लगभग कोई पंजीकरण नहीं किया गया है। प्रबंधक लंबे समय से नियमों में ढील देने की मांग कर रहे हैं। इस मुद्दे पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ प्रशासकों की बैठक भी हुई। बैठक के बाद प्रशासकों को नियमों में संशोधन की उम्मीद है।
सूरत समेत पूरे गुजरात में प्री-प्राइमरी स्कूल के नए नियमों पर विवाद बढ़ता जा रहा है। पूरे गुजरात में प्री-प्राइमरी स्कूलों को पिछले कुछ दिनों से बंद रखा गया था। गुजरात इंडिपेंडेंट प्री-स्कूल एसोसिएशन के कई प्रतिनिधि इन नियमों में ढील देने की मांग को लेकर गांधीनगर गए। उधर, शहर के कई स्कूल संचालकों ने नियमों में सुधार के लिए बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया।
जिला शिक्षा अधिकारी भगीरथ परमार ने कहा कि सूरत में महानगर पालिका के अंतर्गत 1005 प्राथमिक विद्यालय हैं, लेकिन अब तक केवल 12 विद्यालयों ने ही पंजीकरण कराया है। सरकार ने 15 फरवरी तक का समय दिया है।