अनोखा विरोध प्रदर्शन: सरकारी स्कूलों को सफाई के पर्याप्त ग्रांट की मांग के साथ आप पार्षदों ने की स्कूल की सफाई
स्वच्छ भारत मिशन के तहत दस साल पूरे होने के बाद भी राज्य के सरकारी स्कूलों में सफाई का अभाव : राकेश हिरपरा
सूरत। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की बुधवार को जयंती है और इसी दिन केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत मिशन को दस पूरे हो रहे हैं, तब राज्य के सरकारी स्कूलों में सफाई के अभाव को लेकर विपक्षी दल आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। आप ने नेता और पार्षदों ने राज्य के राज्य शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पानशेरिया के चुनावी क्षेत्र के सरकारी स्कूल में सफाई अभियान चलाया और सरकारी स्कूलों को सफाई के लिए पर्याप्त ग्रांट देने की मांग की।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश महामंत्री राकेश हिरपरा की अगुवाई में पार्टी के सभी पार्षद सरकारी स्कूल में पहुंच गए और हाथों में झाड़ू उठाकर स्कूल में सफाई की। राकेश हिरपरा ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन को दस साल पूरे हो रहे हैं और इन दस सालों में सच्छता के नाम पर करोड़ों खर्च किए गए इसके बावजूद राज्य के सरकारी स्कूलों में सफाई का अभाव देखने को मिलता है। बच्चे गंदगी के बीच पढ़ने और मध्याह्न भोजन करने को मजबूर है। सरकार की ओर से सफाई के दावे किए जाते हैं लेकिन हकीकत यह है कि सफाई के लिए प्रति स्कूल सिर्फ दो से चार हजार रुपए की ग्रांट दी जाती है, जो पर्याप्त नहीं होने से स्कूलों में गंदगी फैली देखने को मिलती है। अन्य क्षेत्रों की तो बात छोड़ो खुद राज्य के राज्य शिक्षा मंत्री के अपने चुनावी क्षेत्रों के स्कूलों में सफाई का अभाव देखने को मिलता है। ऐसे में आम आदमी पार्टी ने सूरत मनपा में पार्टी के सभी पार्षदों के साथ सरकारी स्कूल में सफाई अभियान चलाकर विरोध प्रदर्शन किया और सरकार से सरकारी स्कूलों में सफाई के लिए पर्याप्त ग्रांट आवंटित करने की मांग की।