
व्हाइट लोटस इंटरनेशनल स्कूल में “कचरे से कौशल” गतिविधि का आयोजन: रचनात्मकता और पर्यावरण जागरूकता का संगम
सूरत, जुलाई 2025: व्हाइट लोटस इंटरनेशनल स्कूल में हाल ही में एक अनोखी और प्रेरणादायक गतिविधि “Trash to Treasure” का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने सामग्री (waste material) को उपयोगी और सुंदर वस्तुओं में बदलकर रचनात्मकता और पर्यावरणीय सोच का परिचय दिया।
इस गतिविधि में विभिन्न कक्षाओं के छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। बच्चों ने पुराने अखबार, प्लास्टिक की बोतलें, कार्डबोर्ड, टूटी हुई वस्तुएं और कपड़े के टुकड़ों जैसी वस्तुओं का उपयोग कर उन्हें नए और आकर्षक रूप में प्रस्तुत किया। जो वस्तुएं आमतौर पर कचरे में फेंक दी जाती हैं, उन्हें छात्रों ने कल्पनाशीलता से सजाकर कला के अद्भुत नमूनों में बदल दिया।
यह गतिविधि न केवल छात्रों की रचनात्मक प्रतिभा को उजागर करने का माध्यम बनी, बल्कि उन्हें यह सिखाया कि कचरे को पुनः उपयोग करके हम पर्यावरण को कैसे संरक्षित कर सकते हैं। इस अवसर पर शिक्षकों ने छात्रों का मार्गदर्शन किया और उन्हें समझाया कि छोटी-छोटी चीजों से भी बड़े और प्रभावशाली विचार उत्पन्न हो सकते हैं।
विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती पूर्विका सोलंकी ने कहा,
“व्हाइट लोटस में हमारा उद्देश्य सिर्फ पढ़ाई तक सीमित नहीं है, बल्कि हम ऐसे नागरिकों को गढ़ने में विश्वास रखते हैं जो रचनात्मक होने के साथ-साथ पर्यावरण के प्रति भी संवेदनशील हों। ‘Trash to Treasure’ गतिविधि बच्चों के लिए एक रचनात्मक अभ्यास से कहीं अधिक थी — यह सस्टेनेबिलिटी (sustainability), नवाचार और जिम्मेदारी का महत्वपूर्ण संदेश थी।”
इस प्रेरणादायक आयोजन में विद्यार्थियों ने गर्व के साथ अपनी कलाकृतियों को प्रदर्शित किया और उनके पीछे की सोच को साझा किया। यह गतिविधि सभी के लिए एक महत्वपूर्ण सीख बनकर सामने आई — कि हर बच्चे के भीतर कुछ नया सोचने और दुनिया को बदलने की शक्ति होती है।