अभिनेता जूनियर महमूद का सूरत से है नाता

बाबूभाई ताजियावाला के घर पर 8 दिन तक रुके थे

सूरत। मशहूर अभिनेता जूनियर महमूद का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया है। 67 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया।अभिनेता के निधन से बॉलीवुड में शोक की लहर दौड़ गई है। फिल्म जगत की तमाम हस्तियां महमूद को अंतिम विदाई देने पहुंचीं थीं।महमूद के निधन का सूरत में भी शोक मनाया जा रहा है, क्यों कि यहाँ भी उनका खास रिश्ता था। शहर के झापा बाजार में रहने वाले बाबूभाई ताजियावाला और जूनियर महमूद के बीच दो भाइयों जैसा रिश्ता था। वे सूरत में कितने बार आये, कहां रुकते थे,कितने कार्यक्रम यहाँ किये वगैरह जानकारी के साथ अपनी याद के कुछ पहलु बाबू भाई ने सांझा किये है।
बाबूभाई ताजियावाला एक इवेंट ऑर्गनाइझर के साथ साथ फिल्म प्रोड्यूसर भी है। उन्होंने सुरती की ही भूमि पर देवदास केलेवाला,राधेभैया,राधा चली ससुराल जैसी काफी फिल्मे बनाई है। बाबू भाई ने कहा कि 1980 से उनके और जूनियर महमूद के ताल्लुकात थे।1980 में जब उन्होंने म्यूजिकल नाइट का एक प्रोग्राम किया था तब महमूद को मुख्य मेहमान के तौर पर आमंत्रित किया था। इसके बाद दोनों के बीच एक भाई जैसा रिश्ता कायम हो गया। क्योंकी बाबू भाई ने अनगिनत बार महमूद को अलग अलग प्रोग्राम के लिए सूरत बुलाते थे। महमूद सूरत शहर के रंग उपवन, गांधीस्मृति भवन,राजश्री, राजकुमार जैसे ओडिटोरियम हॉल में प्रोग्राम कर चुके है। बाबु भाई ने बताया कि जब उन्होंने साल 2007-8 में राधा चली ससुराल फिल्म का नर्माण किया था, तब ज्यादातर कलाकार सूरत के थे और उसी फिल्म में महमूद को भाईजान के किरदार के लिए लिया था। फिल्म की शूटिंग के लिए जब जूनियर मेहमूद सूरत आए थे तब एक या दो नहीं बल्कि आठ दिन तक बाबू भाई ताजियावाला के घर पर ही रुके थे। दोनों के बीच पारिवारिक रिश्ता था, क्यों की बाबूभाई भी जब प्रोग्राम के सिलसिले में मुंबई आते जाते थे तब महमूद के घर पर आना जाना और उनसे परशनली मिलते थे। बाबूभाई ने बताया कि आखिर बार जनवरी -2023 में वह महमूद से मिले थे। दोनों साथ में मुंबई से सूरत आये थे और सूरत से साथ में ही एक प्रोग्राम के लिये महाराष्ट्र के शिरपुर गए थे। बाबू भाई स्वयं महमूद के निधन को लेकर इतने दुःखजदा हो गए कि उन्हें यकींन नहीं हो रहा कि उनका भाई (जूनियर महमूद ) उन्हें हमेशा के लिए छोड़कर चला गया है।