कलर्स के ‘नीरजा… एक नई पहचान’ से आस्था शर्मा की इंटरव्यू ट्रांसक्रिप्ट

कलर्स के ‘नीरजा… एक नई पहचान’ में आस्था शर्मा कहती हैं, “हर कोई प्यार पाने का हकदार है, यह बात ही इस कहानी को आगे बढ़ाने वाली प्रेरणा है”

कलर्स प्रस्तुत करता है ‘नीरजा… एक नई पहचान’ एक मनोरंजक पारिवारिक ड्रामा, जिसमें दिखाया गया है कि एक मां, प्रोतिमा कोलकाता के कुख्यात रेड-लाइट एरिया, सोनागाछी में रहते हुए भी अपनी बेटी, नीरजा को बेहतर भविष्य देने के लिए किस हद तक जा सकती है। जैसे-जैसे नीरजा बड़ी होती है, उसे और एक प्रतिष्ठित परिवार के वारिस अबीर को एक—दूसरे से प्यार हो जाता है। सोनागाछी की मैडम दीदुन, अबीर के पिता बिजॉय और अबीर की बुआ शुभ्रा इस रिश्ते के विरुद्ध हैं। देखने वाली बात यह है कि क्या नीरजा को सम्मानजनक और प्यार भरा जीवन मिलेगा।
प्रतिभाशाली एक्ट्रेस आस्था शर्मा इसमें नीरजा की शीर्षक भूमिका निभाती नज़र आएंगी। सुधीर शर्मा के सनशाइन प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित, ‘नीरजा… एक नई पहचान’ का प्रीमियर 10 जुलाई 2023 को होगा और हर सोमवार से रविवार रात 8:30 बजे केवल कलर्स पर प्रसारित होगा।

1. हमें इस शो के बारे में बताएं।
A. कलर्स का पारिवारिक ड्रामा, ‘नीरजा…एक नई पहचान’ एक मां के अपनी बेटी-नीरजा के प्रति अटूट प्रेम की दिल को छू लेने वाली कहानी बताता है। कोलकाता के रेड-लाइट जिले सोनागाछी में जन्मी और पली-बढ़ी होने के बावजूद, नीरजा को उसकी मां ने समाज के खतरों और पूर्वाग्रहों से बचाया है। यह शो एक मां के संघर्ष और बलिदान को बड़ी खूबसूरती से दर्शाता है, जो अपनी बेटी को अच्छा भविष्य देने के लिए सबकुछ करती है और एक बदनाम जगह में रहने के कारण सामने आने वाली चुनौतियों से लड़ती है। दूसरी तरफ, एक अमीर इलाके में रहने वाले, अबीर को समृद्ध परवरिश का लाभ मिला है, लेकिन नियति ने उसके लिए कुछ हैरानी करने वाली बातें रखी हैं। नीरजा मासूम और प्यारी है, जबकि अबीर नेक और मेहनती है। यह मनोरम कहानी बताएगी कि कैसे नीरजा और अबीर के रास्ते मिलते हैं।

2. हमें शो में अपने किरदार के बारे में बताएं।
A. नीरजा मनमोहक रूप से सुंदर होने के साथ-साथ विनम्र और कोमल हृदय के स्वभाव वाली भी है। वह सोनागाछी की मैडम दीदुन के चंगुल से दूर, अपने और अपनी मां के लिए सम्मानजनक जिंदगी पाना चाहती है। एक बदनाम जगह से होने के कारण, उसे कई पूर्वाग्रहों का सामना करना पड़ता है, लेकिन वह अपने कभी हार न मानने वाले रवैये से हर चुनौती को पार करने के लिए तैयार है। उसे भावपूर्ण कविताओं, संगीत और बौद्धिक गतिविधियों में शांति मिलती है। वह चिंतनशील व्यक्ति है, जल्दी सीखती है, अनुकूलनशील है, फिर भी काफी संवेदनशील भी है।

3. आपने इस शो और किरदार के लिए हां क्यों कहा?
A. मैंने कई कारणों से इस शो का हिस्सा बनना चुना। सबसे पहले, नीरजा के किरदार ने मुझे आकर्षित किया। नीरजा के किरदार में भावनात्मक गहराई, संवेदनशीलता और सहजता की मांग की गई है, जो अभिनेत्री के रूप में मेरे लिए एक पुरस्कृत चुनौती है। मैंने इसे अपने कौशल को बेहतर बनाने, अपनी सीमाओं को आगे बढ़ाने और एक कलाकार के रूप में विकसित होने के अवसर के रूप में देखा। मैं नीरजा की कहानी को जीवंत करने के लिए आभारी हूं। हर कोई प्यार पाने का हकदार है, यही भावना कहानी को आगे बढ़ाती है।

4. आपने नीरजा की भूमिका की तैयारी कैसे की, जो सोनागाछी जैसी जगह से आती है?
A. मैंने उन कलाकारों के प्रदर्शनों का अध्ययन किया, जिन्होंने पहले इसी तरह की भूमिकाएं निभाई हैं, उनके शानदार अभिनय से प्रेरणा ली और स्क्रिप्ट को पूरी तरह से पढ़ने में काफी समय बिताया। स्क्रीन पर प्रामाणिक लगने के लिए, मैंने शो की क्रिएटिव टीम से मार्गदर्शन और विशेषज्ञता मांगी। उनकी बेहद महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि और इनपुट ने मुझे नीरजा का किरदार निभाने और उसके किरदार को जीवंत करने में मदद की।

5. क्या नीरजा का किरदार निभाने में आपको किसी दिक्कत का सामना करना पड़ा?
A. इस किरदार की पृष्ठभूमि को देखते हुए यह निभाने में चुनौतीपूर्ण है। यह कहानी संवेदनशीलता से निपटने की मांग करती है और मुझे अपना किरदार निभाने के लिए भी वही दृष्टिकोण अपनाना पड़ा। मैं इस तथ्य के प्रति बहुत सचेत थी कि नीरजा के मेरे चित्रण से दर्शकों के मन में उसके प्रति सहानुभूति पैदा होनी चाहिए। इसके अलावा, ऐसी कोई चुनौतियां नहीं थीं क्योंकि वह बिल्कुल वैसी ही बेटी है जैसी किसी ने देखी होगी।

6. इस शो में बेटी की भूमिका निभाने से आप पर व्यक्तिगत रूप से क्या प्रभाव पड़ा?
A. इस शो में बेटी की भूमिका निभाने से मुझ पर व्यक्तिगत रूप से गहरा प्रभाव पड़ा है। इसने मुझे मां-बेटी के रिश्ते की जटिलताओं और गहराई के बारे में समझाया है, और इससे मैं इस अविश्वसनीय रिश्ते को और भी गहराई से समझ सकी हूं। नीरजा के जीवन से, मुझे मां के बलिदानों और अपने बच्चों को दिए गए बिना शर्त प्यार को और भी अधिक सराहने लगी हूं। इसने मुझे अपनी मां के साथ अपने रिश्ते और मेरे जीवन में उनकी अमूल्य भूमिका के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया है। नीरजा का किरदार निभाने से मुझमें दुनिया भर की बेटियों के संघर्षों और आकांक्षाओं के प्रति कृतज्ञता की भावना और सहानुभूति की भावना पैदा हुई है। यह किरदार वास्तव में एक परिवर्तनकारी अनुभव रहा है जिसने मेरे दिल को छू लिया है और शो के समापन के बाद भी यह लंबे समय तक मेरे साथ रहेगा।

7. ‘नीरजा: एक नई पहचान’ में प्रमुख नायिका के रूप में कलर्स के के साथ जुड़कर कैसा लगा?
A. पहले, मुझे एक छोटी एपिसोडिक भूमिका के लिए कलर्स के साथ सहयोग करने का अवसर मिला था। लेकिन अब मैं फिर से कलर्स के साथ जुड़ने और इस तरह का आकर्षक किरदार निभाने के लिए मंच पाकर आभारी हूं।

8. अपने सह-कलाकारों के साथ आपकी बॉन्ड कैसी है?
A. शानदार कलाकारों के साथ काम करने से हमेशा उनकी अपार प्रतिभा और ज्ञान से सीखने का अवसर मिलता है। मेरे सह-कलाकारों ने इस उल्लेखनीय शो को जीवंत बनाने की यात्रा को वाकई अविस्मरणीय बना दिया है। प्रॉतिमा की भूमिका निभाने वाली स्नेहा वाघ मेरी एक और मां बन गई हैं, और अबीर की भूमिका निभाने वाले राजवीर बहुत अच्छे दोस्त बन गए हैं। इसके अलावा, अभूतपूर्व काम्या पंजाबी, अयूब खान और विभा छिब्बर जैसे दिग्गजों के साथ काम करना सौभाग्य की बात है, क्योंकि उनकी विशेषज्ञता और रचनात्मकता वास्तव में अनूठी है।

9. आप दर्शकों को इस शो से मां के प्यार की गहराई और महत्व के बारे में क्या संदेश देना चाहेंगी?
A. इस शो के दर्शकों के लिए मेरा संदेश यह है कि हर कोई प्यार, सम्मान और बेहतर भविष्य बनाने का मौका पाने का हकदार है, चाहे उनकी पृष्ठभूमि या परिस्थिति कुछ भी हो। मुझे उम्मीद है कि दर्शक अपने बच्चों के जीवन को आकार देने में मां के प्यार के व्यापक प्रभाव को समझेंगे और उसकी सराहना करेंगे।