कलर्स के ‘खतरों के खिलाड़ी 13’ की प्रतियोगी, न्यारा एम बनर्जी कहती हैं, “मैंने अपने स्कूल में योग करना शुरू किया था, और इसने मेरे जीवन को काफी बदल दिया। इससे मेरी मानसिक स्थिति पर बहुत फर्क पड़ा, और इस कारण से मैं अपने सेहतमंद मन में ऐसी कई चीजें रख सकी जो मेरे लिए मायने रखती हैं। यदि आप जीवन के बारे में सोचते हैं, तो यह वह अनिवार्य समय है जहां आप श्वास का अभ्यास करते हैं, और योग आपकी सांस, स्थिति और अस्तित्व को नियंत्रित करने में मदद करता है। सुबह के समय योगाभ्यास करने से दिन अच्छा रहता है। मैं मानसिक रूप से फुर्तीली हूं और अपने योगासन करने के बाद मिलने वाली संतुलन की भावना के कारण मैं आसानी से परेशान नहीं होती हूं। योग को छोड़ने का कोई कारण नहीं है क्योंकि इसमें भारी उपकरण शामिल नहीं हैं और यह किसी विशेष स्थान में किए जाने तक सीमित नहीं है। साथ ही, मैं किसी ऐसे व्यक्ति से नहीं मिली जिसे फिट रहने के लिए योग करने पर पछतावा हुआ हो। मैं सभी को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देती हूं!”
कलर्स के ‘खतरों के खिलाड़ी 13’ के प्रतियोगी, शिव ठाकरे कहते हैं, “सभी को आनंदमय योग दिवस की शुभकामनाएं! भगवान शिव के शाश्वत ज्ञान का मार्गदर्शन पाकर, मैं योग के गहरे प्रभाव को पहले ही देख चुका हूं। योग ताकत, लचीलापन और पोस्चर के बारे में जैसे सिखाता है, वह किसी भी जिम की कसरत से बेहतर है। यह मेरी फिटनेस यात्रा के शुरुआती चरणों में से एक था। आज, मैं आप सभी से यह अनुरोध करता हूं कि गतिहीन जीवन शैली से मुक्ति पाएं और केवल 15 मिनट के लिए सरल आसनों का अभ्यास करें। यह छोटी सी प्रतिबद्धता अपार शारीरिक और मानसिक सेहत का मार्ग प्रशस्त करती है। आइए, हम सभी योग के इस पवित्र मार्ग पर सद्भाव, शक्ति और आंतरिक शांति की खोज करें।”
कलर्स के ‘बेकाबू’ में यामिनी की भूमिका निभा रहीं, मोनालिसा कहती हैं, “जैसा कि पवित्र भगवद् गीता बताती है, योग खुद की खोज करने और आत्म-साक्षात्कार की गहन यात्रा है। मैं इस दर्शन पर गहराई से विश्वास करती हूं। एक फिटनेस उत्साही होने के नाते, मेरा दृढ़ विश्वास है कि जितना महत्वपूर्ण हमारी शारीरिक सेहत को बनाए रखना है, उतना ही महत्वपूर्ण मानसिक सेहत को बनाए रखना भी है। प्राचीन अनुशासन, योग हमें आंतरिक सद्भाव खोजने में सशक्त बनाता है। सजगता से सांस लेकर, स्ट्रेचिंग करके और अपने शरीर से जुड़कर, हम अपने उद्देश्यों को पूरा करने वाले परिवर्तनकारी पथ पर चल सकते हैं। मैंने व्यक्तिगत रूप से देखा है कि कैसे योग कई भूमिकाएं निभाने वाले लोगों के लिए एक जीवन रेखा बन जाता है। सरल आसन करने और सजगता से सांस लेने के अविश्वसनीय लाभ वास्तव में उल्लेखनीय हैं। इस योग दिवस पर, आइए हम खुद की देखभाल करने को प्राथमिकता दें और योग की परिवर्तनकारी शक्ति को अपनाएं।”
कलर्स के ‘उड़ारियां’ में एकम की भूमिका निभाने वाले, हितेश भारद्वाज कहते हैं, “योग के लिए समय निकालना खुद की देखभाल करने वाला शानदार कार्य है। यह परेशानियों से मुक्त व्यायाम है जिससे फिटनेस और लचीलापन दोनों मिलते हैं। योग के बारे में जो बात मुझे आकर्षित करती है, वह यह है कि इस बाहरी गति से आंतरिक शांति मिलती है। मैं यह अत्यधिक अनुशंसा करता हूं कि डॉक्टर की अनुमति लेकर इसे किया जाएगा। यह अविश्वसनीय है कि हमारे इस प्राचीन विज्ञान में कितने रहस्यमयी मानसिक और शारीरिक कल्याण निहित हैं। जो लोग अपने फिटनेस लक्ष्यों से चूक गए हैं, यह दिन इसकी नए सिरे से शुरुआत करने का नया अवसर देता है। आइए, हम सब सद्भाव के लिए प्रयास करें और कल्याण की इस खूबसूरत यात्रा में एक साथ आगे बढ़ें।”
कलर्स के ‘परिणीति’ में परिणीत की भूमिका निभा रहीं, आंचल साहू कहती हैं, “इस अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर, आइए योग की कला के माध्यम से मन, तन और आत्मा का शानदार मिलन करें। योग बड़ी सुंदरता से हमें याद दिलाता है कि हमारी सांस हमारा मार्गदर्शन करती है, जिससे हम काफी सहजता से अपने जीवन की चुनौतियों का सामना कर सकते हैं। यह बुनियाद पाने और ध्यान केंद्रित करने का मेरा स्रोत रहा है। अपना योगाभ्यास पूरा करने पर, मुझे मेरे भीतर की ऊर्जा में गहरा बदलाव महसूस होता है। मैं हर खिंचाव के साथ यह महसूस कर सकती हूं कि मेरी परेशानियां दूर हो रही हैं। यह आशा है कि योग की परिवर्तनकारी शक्ति को अपनाते हुए, इस शुभ दिन पर हम सभी को शांति और पुनर्जीवन मिले।”
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