पश्चिम भारत में सबसे अधिक सर्जरी करने वाले डॉ. शर्मा को केन्द्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने किया सम्मानित
अहमदाबाद: गुजरात के प्रसिद्ध घुटने के सर्जन डॉ. मनु शर्मा ने हाल ही में दिल्ली में एक पुरस्कार समारोह में राज्य को राष्ट्रीय पहचान दिलाई है। 25 सितंबर, 2024 को केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया के हाथों घुटने की सर्जरी के क्षेत्र् में डॉ. शर्मा के असाधारण योगदान के लिए भारत के रत्न पुरस्कार प्रदान किया गया।
मुख्य रूप से सूरत के शेल्बी अस्पताल से जुडे़ डॉ. शर्मा ने एक अनूठी, दर्द रहित तकनीक का उपयोग करके 13,000 से अधिक घुटनों की सफलतापूर्वक सर्जरी की है । उनकी सर्जरी की खास बात यह है कि सर्जरी के तुंरत बाद पेशेन्ट तैराकी या घुड़सवारी जैसे कठिन कार्य करने की क्षमता प्राप्त कर सकता है। वर्तमान में, वे पश्चिमी भारत में सबसे अधिक संख्या में सर्जरी करने वाले सर्जन हैं।
डॉ. मनु शर्मा जो सूरत के अलावा नियमित रूप से वडोदरा में भी अपनी सेवाएं देते हैं । डॉ. शर्मा कहते हैं कि वे गुजरात और विशेष रूप से सूरत को घुटने की सर्जरी के लिए एक अंतरराष्ट्रीय केंद्र के रूप में विकसित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “हमारे पास सभी नवीनतम तकनीकें और प्रशिक्षित कर्मचारी हैं। हर साल सैकड़ों एनआरआई घुटने की सर्जरी के लिए यहां आते हैं, जो इस बात का सबूत है कि हम किसी भी अंतरराष्ट्रीय मानक के बराबर हैं।”
डॉ. शर्मा अपनी अप्रतिम सफलता का श्रेय अपने हजारों रोगियों के आशीर्वाद को देते हैं, और कहते हैं, “मुझे यह सम्मान मेरे 13,000 से अधिक रोगियों के आशीर्वाद के कारण मिला है।”
डॉ. शर्मा जरूरतमंद लोगों के लिए प्रतिदिन तीन सर्जरी भी करते हैं, जिसके लिए वे बहुत कम शुल्क लेते हैं । जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया से घुटने की आधुनिक टेक्नोलोजी में विशेषज्ञता हांसिल करने वाले डॉ. शर्मा को अतीत में भी कईं पुरस्कार मिल चुके हैं। हालांकि, यह सम्मान न केवल राष्ट्रीय स्तर पर उनकी ख्याति को उजागर करता है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उनकी की प्रतिष्ठा को बढ़ाने की राह पर एक कदम है।