
देश में पहली बार सूरत के किरण अस्पताल में एक ही ब्रेन डेड व्यक्ति के अंगों का एक ही दिन एक साथ 7 व्यक्तियों में सफलता प्रत्यारोपण
किरण अस्पताल ने देश में स्वास्थ्य क्षेत्र में एक विशेष सिद्धि हासिल की है। देश के ऑर्गन फेल्योर लोगों के लिए किरण अस्पताल आशा का किरण बनी है। अंगदाताओं के अंगों के जरिए और किरण अस्पताल के माध्यम से ऑर्गन फेल्योर लोगों को नया जीवन मिलता है। 23 अप्रैल को सूरत के 51 वर्षीय ब्रेन डेड पन्ना बेन के अंगों के दान से 7 लोगों को नई जिंदगी मिली है, जिसमें फेफड़ों का प्रत्यारोपण 34 वर्ष के पुरुष में किया गया। लिवर प्रत्यारोपण मुंबई के 42 वर्षीय पुरुष में किया गया। किडनियां 38 वर्षीय महिला और 57 वर्षीय पुरुष में प्रतिरोपित की गई। हाथ का ट्रांसप्लांट 43 वर्षीय महिला में किया गया। आंखे हैदराबाद की 40 वर्षीय महिला और 62 वर्षीय पुरुष में प्रतिरोपित की गई।
देश में पहली बार एक ब्रेन डेड व्यक्ति के अंगों से एक ही अस्पताल में एक साथ 7 व्यक्तियों में प्रतिरोपण किया गया हो ऐसी यह देश की पहली घटना है।
ब्रेन डेड व्यक्तियों के विविध प्रकार के अंगों का ट्रांसप्लांट किया जाता है। ऑर्गन ट्रांसप्लांट करने वाले अस्पतालों की संख्या देश में काफी कम है। सात प्रकार के अंगों का प्रत्यारोपित करने वाले अस्पताल तो अंगुली पर गिनी जाए इतनी है। जब किरण अस्पताल में 7 प्रकार के ऑर्गन ट्रांसप्लांट विभाग कार्यरत होने से किरण अस्पताल में एक ही दिन में एक साथ 7 व्यक्तियों में अंगों का सफल प्रत्यारोपण संभव हुआ है।
किरण अस्पताल सभी तरह की जटिल बीमारियों के उपचार के लिए सक्षम है। 900 बेड वाले किरण अस्पताल में 8 साल में 34 लाख से अधिक मरीज उपचार करवा चुके हैं। अति आधुनिक 400 करोड़ के उपकरणों के साथ शरीर में होने वाले सभी रोगों का निदान और उपचार के लिए 24 घंटे किरण अस्पताल के 45 विभाग कार्यरत है। देशभर से लोग किरण अस्पताल में आकर सभी तरह की जटिल बीमारियों का रीजनेबल प्राइज में क्वालिटी उपचार करवा रहे हैं। फुलटाइम 105 सुपर स्पेशलिस्ट और 300 स्पेशलिस्ट डॉक्टरों के साथ 2700 लोगों का पैरामेडिकल स्टाफ लोगों को श्रेष्ठ उपचार देने के लिए 24 घंटे प्रयत्नशील रहता है। देश विदेश के लोग किरण अस्पताल की सेवा का लाभ बड़ी संख्या में ले रहे हैं।
मथुर भाई सवानी, चेयरमैन, किरण अस्पताल