सूरत. शहरभर में गणपति बप्पा की स्थापना की तैयारियां जोर-शोर से चल रही है। भक्तों ने अपने गणपति की तरह-तरह की मूर्तियां बनवाई है। मंडप के पीछे लाखों रुपए का खर्च किया जा रहा है। पर्व को धूमधाम से मनाने के साथ आयोजकों ने भक्तों और मंडप की सुरक्षा के लिए भी विशेष ख्याल रखा है। शहर के 6 गणपति पंडाल संचालकों ने 24 करोड रुपए का बीमा कवच लिया है।
क्षतिपूर्ति पर एक लाख का बीमा: कई बार घटनाएं होने से भक्तों के साथ आयोजकों को भी नुकसान होता है। इसे ध्यान में रखते हुए आयोजक पंडाल व आयोजन का बीमा कवच लेते हैं। फिलहाल 6 मंडप आयोजकों ने लगभग 24 करोड रुपए का बीमा लिया है। इनमें महिधरपुरा, पारले प्वॉइंट, अडाजन और वेसू के आयोजक शामिल हैं। बीमा लेने का फायदा यह है कि यदि पंडाल के दौरान भगदड़ या अन्य कोई घटना के कारण किसी भक्त की क्षतिपूर्ति होती है तो उसे 100000 तक दिया जाएगा। इसी तरह से प्रसाद खाने से भी यदि कुछ गड़बड़ी हो जाती है तो बीस हजार तक का बीमा दिया जाएगा। गणेश मूर्तियों पर चढ़ाई जाने वाली ज्वेलरी के लिए भी बीमा किया गया है। इसी तरह यदि पंडाल आग लगने की वजह से या किसी भी कारण से गिर पड़ता है और इसके कारण आसपास के लोगों को घरों को या वाहनों को नुकसान पहुंचता है तो इसमें भी बीमा कंपनी की जिम्मेदारी रहेगी। सूरत में सबसे पहले 10 साल पहले सुमुल डेरी रोड के गणपति बप्पा आयोजक ने बीमा लिया था।