श्री रामकृष्ण एक्सपोर्ट्स (एसआरके) परिवार द्वारा ‘क्रियम फार्मा’ का शुभारंभ : सभी को किफायती स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने का वचन

सूरत/मुंबई, 11 सितंबर 2025 : प्राकृतिक हीरा उद्योग में अग्रणी, हीरा शिल्प और निर्यात कंपनी, श्री रामकृष्ण एक्सपोर्ट्स (SRK) परिवार ने अब स्वास्थ्य सेवा और समग्र कल्याण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस नई पहल के तहत, “क्रियम फार्मा” का शुभारंभ किया गया है। आज सूरत में आयोजित भव्य उद्घाटन समारोह के दौरान, “आरोग्यम – स्वास्थ्य और उपचार की ओर एक नई उड़ान” थीम के तहत क्रिअम फार्मा का आधिकारिक शुभारंभ हुआ।

इस नई पहल के माध्यम से, SRK परिवार विश्वास, जिम्मेदारी और उत्कृष्टता की अपनी विरासत के साथ आगे बढ़ रहा है। इसका लक्ष्य फार्मास्युटिकल क्षेत्र में सभी को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना है।

गौरतलब है कि, एसआरके ग्रुप पिछले छह दशकों से प्राकृतिक हीरा उद्योग में पारदर्शिता, ईमानदारी और विश्वास के लिए विश्व स्तर पर विख्यात है। इसी विरासत से जन्मी क्रियम फार्मा अब स्वास्थ्य सेवा की दुनिया में भी इन्हीं मूल्यों को आगे ले जाएगी। जिस तरह एसआरके ग्रुप ने हीरा उद्योग में उत्कृष्टता हासिल की है, उसी तरह क्रीम फार्मा भी फार्मास्युटिकल क्षेत्र में विश्वसनीयता और गुणवत्ता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

इस शुभारंभ समारोह में सूरत के महापौर श्री दक्षेशभाई मावानी, श्री रामकृष्ण एक्सपोर्ट (SRK) के संस्थापक और अध्यक्ष श्री गोविंदभाई ढोलकिया, कंसोर्टियम ऑफ एक्रिडिटेड हेल्थकेयर ऑर्गेनाइजेशन (CAHO) के अध्यक्ष डॉ. विजय अग्रवाल, एसोसिएशन ऑफ हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स ऑफ इंडिया (AHPI) के महानिदेशक डॉ. गिरधर ज्ञानी, सौराष्ट्र जलधारा ट्रस्ट के निदेशक और किरण अस्पताल के अध्यक्ष श्री मथुरभाई सवानी, बिल गेट्स फाउंडेशन के उप निदेशक श्री अर्नव कपूर, श्री हरिकृष्ण एक्सपोर्ट और पद्म श्री सवजीभाई ढोलकिया और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के अन्य प्रमुख लोग उपस्थित थे।

इस लॉन्चिंग के अवसर पर, क्रियम फार्मा के संस्थापक, श्री तेज ढोलकिया ने कहा कि, “स्वास्थ्य सेवा सभी के लिए आवश्यक है, लेकिन उचित मूल्य पर गुणवत्तापूर्ण दवाओं की उपलब्धता अभी भी एक चुनौती बनी हुई है। क्रियम फार्मा के माध्यम से, हमारा लक्ष्य स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं और मरीजों के बीच विश्वास का माहौल बनाकर और उच्च-गुणवत्ता वाली दवाइयां प्रदान करके इस अंतर को दूर करना है। हमारी यात्रा व्यवसाय की नहीं, बल्कि सेवा की है। हम गुणवत्तापूर्ण दवाइयां उपलब्ध कराएंगे। ये दवाइयाँ बाज़ार में उचित मूल्य पर उपलब्ध होगी। शुरुआत में, हमने लगभग 20,000 गांवों और शहरों में दवाइयां उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है।”

क्रियम फार्मा, अस्थिरता और असंगत मानकों से घिरे बाज़ार में, मज़बूत देखभाल, किफ़ायती मूल्य निर्धारण और अटूट नैतिकता का प्रतीक है। इसके उत्पाद पोर्टफोलियो में मधुमेह-रोधी, हृदय संबंधी देखभाल, जठरांत्र संबंधी, दर्द प्रबंधन, त्वचा-चिकित्सा, विटामिन और खनिज तथा संक्रमण-रोधी दवाएँ शामिल हैं, जो तत्काल और दीर्घकालिक स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करती हैं।

सूरत के महापौर श्री दक्षेशभाई मावानी ने कहा कि, “मैं SRK family और क्रियम फार्मा को इस नई पहल के लिए बधाई देता हूं। मुझे विश्वास है कि, क्रियम फार्मा के प्रयासों और बिल गेट्स फाउंडेशन के सहयोग से, कंपनी की दवाइयां दक्षिण अफ्रीका तक भी पहुंचेगी। क्रियम फार्मा शुरुआती चरण में गुजरात और महाराष्ट्र पर ध्यान केंद्रित करेगी। कंपनी सीधे दवा विक्रेताओं तक वितरण मॉडल अपनाएगी, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि, दवाइयां मरीज़ों तक जल्दी और विश्वसनीय तरीके से पहुंच सकें।”

सीएएचओ के अध्यक्ष डॉ. विजय अग्रवाल ने कहा कि, “चिकित्सा क्षेत्र में 100 वर्षों में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। हालांकि, स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में जनता का विश्वास अभी भी कम है। उन्होंने सीएएचओ संगठन का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि, इस संगठन के माध्यम से वे स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में कई श्रेणियों में काम करते हैं। उन्होंने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को आर्थिक रूप से व्यवहार्य और कुशल बनाने पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि समाज के हर वर्ग को उचित मूल्य पर गुणवत्तापूर्ण दवाइयाँ मिलनी चाहिए। ऐसी बीमारियों के लिए प्रयास किए जाने चाहिए जिनमें दवाओं और स्वास्थ्य सेवा से मृत्यु को टाला जा सके। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि, क्रियम फार्मा अपनी दवाओं के माध्यम से स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में उमदा काम करेगा।”

उन्होंने आगे कहा कि कंपनी का लक्ष्य 2030 तक भारत के हर शहर, कस्बे और गांव में दवाइयां उपलब्ध कराना और 3,500 से ज़्यादा प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोज़गार के अवसर पैदा करना है। कंपनी उभरते बाज़ारों में निर्यात के अवसरों पर भी विचार कर रही है जहां किफ़ायती और उच्च गुणवत्ता वाली दवाओं की मांग है।

एसोसिएशन ऑफ हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स ऑफ इंडिया (AHPI) के महानिदेशक डॉ. गिरधर ज्ञानी ने कहा, “देश में अस्पतालों के कुल खर्च का 30% दवाओं पर खर्च होता है। उनका संगठन सरकार के साथ मिलकर सहयोग से काम करता है। यह स्वास्थ्य सेवाओं को आम जनता तक पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य सेवा और चिकित्सा में सामर्थ्य, उपलब्धता, पहुंच और गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करता है। वर्तमान में प्रमुख अनुबंध विकास और विनिर्माण संगठनों (CDMO) से दवाइयां प्राप्त करने वाली क्रियम फार्मा ने अगले चरण में अपनी खुद की विनिर्माण सुविधाएं स्थापित करने की योजना बनाई है।”

श्री तेज ढोलकिया ने आगे कहा कि, “हमारा मिशन एक साधारण विश्वास पर आधारित है – दवाओं तक पहुंच कोई विशेषाधिकार नहीं, बल्कि सभी का मौलिक अधिकार है। हमारा हर उत्पाद, हर साझेदारी और हर निर्णय इसी गुणवत्ता और अखंडता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दर्शाता है।”

एसआरके एक्सपोर्ट्स के ब्रांड custodian श्री श्रेयांस ढोलकिया ने कहा कि, ” हीरा के क्षेत्र में 60 वर्षों की सफल यात्रा के साथ, अब हमने दवा के क्षेत्र में क्षमता विकसित करने और देश को सेवाएं प्रदान करने का निर्णय लिया है। स्वास्थ्य सेवा हमारे देश के लिए आवश्यकता और फोकस का क्षेत्र है। तेज ढोलकिया ने इस नई पहल की जिम्मेदारी ली है। शुरुआती चरण में, गुजरात और राजस्थान में दवाओं की आपूर्ति की जाएगी। हमने वर्तमान में लगभग 60 वितरकों के साथ काम शुरू कर दिया है।”

कार्यक्रम में, बिल गेट्स फाउंडेशन के श्री अर्नव कपूर ने संस्था का परिचय दिया और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में संस्था के कार्यों का उल्लेख किया।

सौराष्ट्र जलधारा ट्रस्ट के निदेशक और पद्मश्री श्री मथुरभाई सवानी ने स्वास्थ्य सुधार और सस्ती दवाओं के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि, ऐसे समय में जब जेनेरिक दवाइयां विश्वसनीयता हासिल करने के लिए संघर्ष कर रही हैं, क्रियम फार्मा इस क्षेत्र को एक नया आकार देगा। कंपनी दवाओं को सुदूर गांवों तक पहुँचाने का एक नया मार्ग प्रशस्त करेगी।

श्री रामकृष्ण एक्सपोर्ट के संस्थापक और अध्यक्ष श्री गोविंदभाई ढोलकिया ने कहा कि, “एक कंपनी कीमती होती है, लेकिन उसका मूल्यवान होना आवश्यक है। उन्होंने नई पहल क्रियम फार्मा से नैतिक मूल्यों के साथ मूल्यवान बनने की अपील की।”

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