बिपरजॉय चक्रवात ने बदली दिशा, बढ़ रहा है गुजरात की ओर

अहमदाबाद. पूर्व-मध्य अरब सागर में सक्रिय चक्रवाती तूफान बिपोरजॉय Cyclone Biporjoy active in East-Central Arabian Sea ने शनिवार को दिशा बदली है। इसके बाद चक्रवात तीन किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से उत्तर की दिशा में आगे बढऩे लगा। शनिवार दोपहर ढाई बजे यह चक्रवात पोरबंदर से दक्षिण पश्चिम में 580 किलोमीटर की दूरी पर केंद्रित हुआ। इसके चलते समुद्र में ऊंची-ऊंची लहर उठ रही हैं। साथ ही कहीं कहीं बारिश और तेज हवाएं भी चल रही हैं। आगामी कुछ दिनों तक गुजरात में तेज हवाओं के साथ बारिश की आशंका जताई गई है।

मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि चक्रवात रविवार को उत्तर पूर्व की ओर आगे बढ़ेगा और उसके बाद तीन दिनों तक इसकी दिशा उत्तर पश्चिम की ओर रहेगी। शनिवार को मुंबई से दक्षिण-पश्चिम में 620 किलोमीटर दूरी पर चक्रवात केंद्रित रहा। उस दौरान यह काफी गंभीर स्थिति में था। इसके कारण गुजरात के विविध इलाकों में बारिश और आंधी चलने की संभावना जताई गई है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। चक्रवात के कारण समुद्र के किनारे पर जाने पर भी प्रतिबंध लगाया है।

द्वारका का शिवराजपुर बीच 15 तक पर्यटकों के लिए बंद

बिपोरजॉय समुद्री चक्रवात से संभावित नुकसान को ध्यान में रखकर देवभूमि द्वारका के शिवराजपुर बीच को आगामी 15 जून तक पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है। यह बीच इतना आकर्षक है कि यहां देश के विविध भागों से पर्यटक आते हैं। साथ ही यहां के समुद्र में चलने वाली फेरीबोट सेवा को भी बंद किया गया है।

गुजरात में बिपोरजॉय के असर से बारिश

समुद्री चक्रवात बिपोरजॉय के परिणाम स्वरूप गुजरात के कुछ भागों में शनिवार को तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। शाम चार से छह बजे तक डांग जिले की सुबिर तहसील में लगभग एक इंच बारिश हुई। इसके अलावा डांग की ही आहवा, जामनगर और गिरसोमनाथ जिले की वेरावल में हल्की बारिश हुई।

अधिकारियों की छुट्टियां रद्, गिरनार पर्वत का रोपवे बंद

कच्छ रीजन में समुद्र तटीय इलाकों में जिला कलक्टर ने संभावित चक्रवात को ध्यान में रखकर अधिकारियों की छुट्टी रद्द की हैं। उधर जूनागढ़ में गिरनार पर्वत पर रोपवे को बंद करना पड़ा है। मौसम पूरी तरह से ठीक नहीं होने तक यह सेवा बंद रहेगी। रोपवे को बंद करने के कारण लोग निराश होकर लौटते भी देखे गए।

एनडीआरएफ की टीम वडोदरा से रवानाबिपोरजॉय चक्रवात से संभावित नुकसान को टालने केलिए एनडीआरएफ की एक टीम वडोदरा से गिरसोनाथ पहुंच गई है।