जापान में आए भूकंप ने छोड़े तबाही के निशान
जापान में आए भीषण भूकंप ने आठ लोगों की जान ले ली है। हालांकि मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है। यहां पर तबाही का मंजर देखकर हर कोई परेशान हो रहा है। वहीं बचाव दल शक्तिशाली भूकंप के कारण मारे गए और लापता लोगों की तलाश में हुटे है। भूकंप से तबाही के निशान दूर से ही देखे जा सकते हैं। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने भूकंप को लेकर कहा, बहुत व्यापक क्षति की पुष्टि की गई है, जिसमें कई लोग हताहत हुए हैं। इमारतें ढही हैं और आग लगी है। पश्चिमी जापान में आये सिलसिलेवार भूकंप के कारण कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई और कई इमारतें, वाहन तथा नौकाएं क्षतिग्रस्त हो गयी हैं। अधिकारियों ने भूकंप के संभावित खतरे के कारण चेतावनी जारी कर कुछ क्षेत्र में लोगों को अपने घरों से दूर रहने को भी कहा है। जानकारी के अनुसार जापान के इशिकावा प्रांत और आसपास के इलाकों में सोमवार को एक के बाद एक भूकंप के कई झटके महसूस किये गये, जिनमें सबसे अधिक 7.6 तीव्रता का भूकंप था। अधिकारियों ने बताया कि वाजिमा शहर में आठ लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि सात अन्य गंभीर रूप से घायल हैं जबकि मकानों को काफी नुकसान पहुंचा है।
हालांकि स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में कम से कम 13 लोगों के मरने की खबर आई है। प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा, ‘लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है। यह महत्वपूर्ण है कि घरों में फंसे लोगों को तुरंत बचाया जाए। उन्होंने बताया कि बचाव अभियान के लिए सेना को भी भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में भेज दिया गया है, जबकि दमकलकर्मी वाजिमा शहर में आग पर काबू पाने में जुटे हुये हैं। परमाणु नियामकों ने कहा कि क्षेत्र में परमाणु संयंत्र सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। वीडियो में एक कतार में काफी सारे धवस्त मकान दिखाई दे रहे हैं। गाड़ियां पलटी हुई हैं और नौकाएं डूबी हुई हैं। सुनामी के कारण समुद्र तटों पर कीचड़ भी मचा हुआ है।
जापान में आए भूकंप पर गंभीरता दिखाते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक बयान में कहा कि उनका प्रशासन ‘जापानी लोगों को हरसंभव मदद पहुंचाने के लिए तैयार है।’ इधर जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने सोमवार को इशिकावा में सुनामी की चेतावनी जारी की थी, लेकिन मंगलवार की सुबह सुनामी की चेतावनी वापस ले ली गई। हालांकि, एजेंसी ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ दिनों में इस क्षेत्र में और भी भूकंप आ सकते हैं।