जुगाड़ से बना दी स्कूटर : भगवान महावीर यूनिवर्सिटी के छात्र का कारनामा

आविष्कारशीलता और सस्टेनेबिलिटी के प्रति समर्पण का उत्तम प्रदर्शन करते हुए, भगवान महावीर विश्वविद्यालय के एक स्टूडेंट ने एक ट्रेडिशनल कम्बस्टन इंजिन को सफलतापूर्वक एक उपयोगी इलेक्ट्रिक स्कूटर में बदल दिया है, जो की इको फ्रेंडली ट्रांसपोर्टेशन के फील्ड में एक बड़ा कदम है।

भगवान महावीर विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी विभाग के एक महत्वाकांक्षी विद्यार्थी वैभव सिंह ने ट्रांसपोर्टेशन के ट्रेडिशनल साधनों को फिर से री-इंवेन्ट करने के लिए एक चुनौतीपूर्ण मिशन की शुरुआत की। इनोवेशन के लिए अटूट लगाव और सस्टेनेबिलिटी के विषय में गहन रूचि से प्रेरित हो कर उन्होंने एक कम्बस्टन इंजिन वेहिकल को इलेक्ट्रिक स्कूटर में बदलने की महत्वाकांक्षी परियोजना शुरू की थी ।

इनोवेटिव कन्वर्जन में स्कूटर के मौजूदा ढांचे में इलेक्ट्रिक पार्ट्स को बिना परेशानी के सही तरीके से बनाने के लिए सटीक योजना, इनोवेशन और कड़ी मेहनत शामिल है । वैभव ने इलेक्ट्रिक स्कूटर के परफेक्ट वर्किंग को सुनिश्चित करने के लिए इंजीनियरिंग और अलग-अलग तकनीकों को अपनाने और कस्टमाईज करने में अपने बढ़िया हुनर का प्रदर्शन किया।

यह कन्वर्टेड इलेक्ट्रिक स्कूटर डेडिकेशन और नवीनतम इनोवेशन का प्रमाण है, जो ट्रेडिशनल फ्यूअल पर निर्भर वाहनों के लिए एक स्थायी विकल्प प्रदर्शित करता है। यह परियोजना अपने स्टूडेंट्स के बीच इनोवेशन और सस्टेनेबिलिटी की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए भगवान महावीर विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को दर्शाती है |

जब कमेंट्स के वैभव से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा कि, “इस परियोजना के पीछे प्रेरणा एक प्रेक्टिकल समाधान तैयार करना था जो टेक्नॉलोजी और सस्टेनेबिलिटी का विलय करता हो। मैं पॉजिटिव चेंज लाने के लिए टेक्नॉलोजी की शक्ति में विश्वास करता हूं, और यह परियोजना “ग्रीनर फ्यूचर” की दिशा में एक कदम का प्रतिनिधित्व करती है।”

वैभव की यह असाधारण पहल, टेक्नॉलोजी को बढ़ावा देने और एक ऐसे वातावरण को एंकरेज करने पर विश्वविद्यालय के प्रशंशनीय रवैये को दर्शाती है जहां छात्र अपने विचारों को प्रभावशाली वास्तविकता में बदल सकते हैं।

ऐसे इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स न केवल छात्रों के टेक्नॉलोजी स्किल्स को प्रदर्शित करते हैं, बल्कि टेक्नीकल सॉल्यूशंस के माध्यम से वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान करने में सक्षम स्टूडेंट्स को विकसित करने के भगवान महावीर विश्वविद्यालय के कमिटमेंट को भी दर्शाते हैं।

यह असाधारण अचीवमेंट न केवल सस्टेनेबल मोबिलिटी के समाधानों की क्षमता का उदाहरण देती है, बल्कि दुनिया भर में महत्वाकांक्षी इंजीनियरों और नए इन्वेंटर्स के लिए एक प्रेरणा के रूप में भी काम करती है।