राष्ट्रपति द्वारा राज्यसभा में चार नये सदस्य नामित

 

नयी दिल्ली ,13 जुलाई राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन सिंगला, पूर्व लोक अभियोजक उज्ज्वल देओराव निकम, शिक्षामित्र सदानंद मास्टर एवं दिल्ली की इतिहासकार मीनाक्षी जैन को राज्यसभा के लिए नामांकित किया है। यह जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शनिवार देर रात जारी नोटिफिकेशन के द्वारा दी। यह नामांकन सार्वजनिक सेवा और विद्वता में उत्कृष्टता को मान्यता देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

उज्ज्वल निकम उच्च-प्रोफाइल आपराधिक मामलों को संभालने के लिए जाने जाते हैं। 26/11 मुंबई आतंकी हमले में अजमल कसाब और 1993 के बॉम्बे ब्लास्ट केस के मुकदमों में सरकार की ओर से उन्होंने ही पैरवी की थी।

श्रृंगला अपनी विशिष्ट राजनयिक सेवा के लिए प्रसिद्ध हैं जो अमेरिका और बांग्लादेश में भारत के राजदूत रह चुके हैं। उन्होंने जनवरी 2020 से अप्रैल 2022 तक विदेश सचिव के रूप में सेवा दी थी।

अन्य नव-नामित सदस्यों में शामिल हैं सी. सदानंदन मास्टर, जो केरल के एक अनुभवी सामाजिक कार्यकर्ता और शिक्षाविद हैं, जिन्होंने दशकों तक जमीनी स्तर पर सेवा दी है, और मीनाक्षी जैन, एक प्रतिष्ठित इतिहासकार और शैक्षणिक व्यक्तित्व जो भारतीय इतिहास और सभ्यता के अध्ययन में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए जानी जाती है।

गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना के माध्यम से यह घोषित किया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा इन व्यक्तियों को संविधान के अनुच्छेद 80(1)(a) के तहत प्रदत्त शक्तियों के अंतर्गत, उसी अनुच्छेद की धारा (3) के साथ पढ़े जाने पर, नामित किया गया है। राज्यसभा के पूर्व में नामित सदस्यों के सेवानिवृत्त होने के कारण रिक्त स्थानों की पूर्ति करने के लिए ये नामांकन किए गये हैं।

इन नामांकनों के द्वारा सरकार कानून, कूटनीति, सामाजिक सेवा और ऐतिहासिक शोध जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण राष्ट्रीय योगदान देने वालों को को मान्यता देती हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चारों नामांकितों को शुभकामनाएँ दी हैं।

उन्होंने कानूनी क्षेत्र में उज्जवल निगम के समर्पण को अनुकरणीय बताते हुए X पर एक पोस्ट में कहा कि वह न केवल एक सफल वकील रहे हैं बल्कि महत्वपूर्ण मामलों में न्याय दिलाने में भी सबसे आगे रहे हैं। अपने पूरे कानूनी करियर के दौरान उन्होंने हमेशा संवैधानिक मूल्यों को मजबूत करने और आम नागरिकों के साथ हमेशा सम्मान के साथ व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए काम किया है। यह खुशी की बात है कि भारत के राष्ट्रपति ने उन्हें राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। उनके संसदीय कार्यकाल के लिए मेरी शुभकामनाएँ ।

अनुच्छेद 80(1)(a)नामांकितनिकमराज्यसभाराष्ट्रपति