पाकिस्तान की जेल से रिहा हुए 200 मछुआरे गुजरात पहुंचे
अहमदाबाद: पाकिस्तान की जेल से रिहा हुए 200 मछुआरे सोमवार को गुजरात पहुंचे। इनमें गुजरात के सबसे ज्यादा 171 मछुआरे शामिल हैं। इसके बाद दीव के 15, महाराष्ट्र के 6, उत्तर प्रदेश के 5 और बिहार के 3 भी हैं।
गुजरात के मछुआरों में सबसे ज्यादा गिर सोमनाथ जिले के 129, देवभूमि द्वारका के 31, नवसारी के 5, पोरबंदर के 4 और जूनागढ़ के 2 शामिल हैं। इन सभी का वडोदरा रेलवे स्टेशन पर स्वागत किया गया। इन मछुआरों को पाकिस्तानी मरीन सिक्युरिटी एजेंसी ने पकड़ा था।
इन्हें पाकिस्तान के कराची स्थित जेल से रिहा किया गया। इसके बाद पाकिस्तान प्रशासन की ओर से इन्हें वाघा बॉर्डर पर लाया गया। यहां इन्हें भारत को सौंपा गया। मछुआरों की स्वास्थ्य जांच के बाद इनका वेरिफिकेशन किया गया। इसके बाद इन्हें यहां से विशेष ट्रेन से रविवार देर रात व़डोदरा लाया गया। व़डोदरा से इन्हें बस में बिठाकर वेरावल पहुंचाया गया। वेरावल पहुंचने पर ये मछुआरे जब अपने परिजनों से मिले तब नजारा कुछ और ही था।
गत महीने लौटे थे 198 मछुआरे
इससे पहले मई महीने में गुजरात के 181 सहित 198 मछुआरों की रिहाई की गई थी।
2019 से 2022 के बीच पकड़े गए
इन मछुआरों का वर्ष 2019 से 2022 के बीच पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने अपहरण कर लिया था। अरब सागर में मछली पकड़ने के दौरान पाकिस्तानी एजेंसी ने बंदूक की नोंक पर इन मछुआरों को पकड़ा था। इसके बाद इन सभी को पाकिस्तानी जेल में बंद कर दिया गया था।
राज्य व केन्द्र सरकार ने किए रिहाई के प्रयास
इन मछुआरों की रिहाई के लिए मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, कृषि मंत्री राघवजी पटेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व विदेश मंत्री एस जयशंकर तथा केन्द्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला से लगातार संकलन किया। केन्द्र सरकार के राजदूत स्तर पर प्रयासों के चलते इन मछुआरों की रिहाई हुई।
मत्स्य विभाग की टीम पहुंची थी वाघा बॉर्डर
मछुआरों को वहां लेने राज्य का मत्स्य विभाग व पुलिस की टीम वाघा बॉर्डर पहुंची थी। वडोदरा स्टेशन पर मत्स्य विभाग के समीर आरदेशणा सहित अन्य अधिकारियों ने इनका स्वागत किया।