
लंदन। 19 जून। लंदन स्थित वैश्विक उच्च शिक्षा विश्लेषण कंपनी ‘क्वाक्वेरेली साइमंड्स’ (क्यूएस) द्वारा प्रतिवर्ष प्रकाशित की जाने वाली प्रतिष्ठित ‘क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग’ के तहत विभिन्न प्रदर्शन संकेतकों के आधार पर विश्वविद्यालयों का आकलन किया जाता है। आज QS विश्व रैंकिंग 2026 में विश्व के 100 देशों के 1500 विश्वविद्यालय अथवा शिक्षण संस्थानों की रैंकिंग लिस्ट जारी की गयी है। इस सूची में प्रथम स्थान पर 100 स्कोर के साथ अमेरिका की मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी (MIT) ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है, जो कैंब्रिज शहर में स्थित है।
लंदन में स्थित इंपीरियल कॉलेज आफ लंदन 99.4 स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर,
अमेरिका की स्टैंनफोर्ड यूनिवर्सिटी को 98.9 स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर रही है।
चौथे स्थान पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (ब्रिटेन),
5वें स्थान पर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी (अमेरिका),
6ठे पर कैंब्रिज यूनिवर्सिटी (ब्रिटेन),
सातवीं ETH ज्यूरिख (स्विट्जरलैंड),
आठवें नंबर पर नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ सिंगापुर (सिंगापुर),
नौवीं यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ़ लंदन (अमरीका) ,तथा
दसवें स्थान पर कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी को शामिल किया गया है।
QS के अनुसार इस वर्ष 500 विश्वविद्यालयों ने अपने स्तर में सुधार किया है। मलेशिया की सन वे यूनिवर्सिटी ने गजब की छलांग लगा कर 120 पायदान की बढ़ोतरी हासिल की है। ज्ञात रहे की प्रथम 10 संस्थानों में से चार संस्थान ब्रिटेन के हैं ।
इस वर्ष रैंकिंग में आठ नए भारतीय संस्थानों को शामिल किए जाने के साथ ही अब भारत के संस्थानों की संख्या बढ़कर 54 हो गई है. अमेरिका (192 संस्थान), ब्रिटेन (90 संस्थान) और मुख्यभूमि चीन (72 संस्थान) के बाद भारत चौथे स्थान पर है।
इस सूची में भारत की 54 उच्च शिक्षण संस्थाओं ने स्थान पाया है। IIT दिल्ली 23 स्थान की छलांग लगा कर पिछले वर्ष के 150 वें स्थान से इस वर्ष 123 में स्थान पर जा पहुँची है। IIT बॉम्बे 129 पर, जबकि IIT मद्रास 47 स्थान ऊपर चढ़ कर 180 वें स्थान पर काबिज हुआ है। आईआईटी खड़कपुर 215 बेंगलुरु 219 तथा कानपुर 222 स्थान पर है ।