
लोकसभा में आज ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पर 3 घंटे की विशेष चर्चा !
राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में लोकसभा आज एक विशेष चर्चा का आयोजन करेगी। इस चर्चा का उद्देश्य इस गीत के ऐतिहासिक महत्व, भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में इसकी स्थायी भूमिका, और इसके विरासतगत प्रभाव को रेखांकित करना है।
नई दिल्ली, 8 दिसंबर 2025 ! राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में लोकसभा आज एक विशेष चर्चा का आयोजन करेगी। इस चर्चा का उद्देश्य इस गीत के ऐतिहासिक महत्व, भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में इसकी स्थायी भूमिका, और इसके विरासतगत प्रभाव को रेखांकित करना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस चर्चा में भाग लेने की संभावना है। चर्चा के दौरान इस गीत से जुड़े कई प्रसिद्ध तथा कम ज्ञात पहलुओं पर भी विचार होगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भी कल राज्यसभा में होने वाली प्रारंभिक चर्चा को संबोधित करने की अपेक्षा है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा नेतृत्व वाली NDA सरकार को लोकसभा में इस चर्चा के लिए 3 घंटे का समय आवंटित किया गया है, जबकि पूरे विषय पर दोनों सदनों में मिलाकर कुल 10 घंटों का समय तय किया गया है। लोकसभा में पूरी चर्चा इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि इसका एक हिस्सा राज्यसभा में भी आयोजित किया जाएगा। यह बहस मंगलवार, 9 दिसंबर को उच्च सदन में जारी रहेगी।
दरअसल राष्ट्रगीत वंदे मातरम् के 150 साल पूरे होने के मौके पर भारत सरकार की ओर से सालभर का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। 2 दिसंबर को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सभी दलों के प्रतिनिधियों की मीटिंग बुलाई थी, इसमें तय किया गया था कि वंदे मातरम् को लेकर 8 दिसंबर को लोकसभा और 9 दिसंबर को राज्यसभा में चर्चा होगी।
भारत के राष्ट्रगीत वंदे मातरम् को बंकिम चंद्र चटर्जी ने 7 नवंबर 1875 को अक्षय नवमी के पावन अवसर पर लिखा था। यह 1882 में पहली बार उनकी पत्रिका बंगदर्शन में उनके उपन्यास आनंदमठ के हिस्से के रूप में छपा था। 1896 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में रवींद्रनाथ टैगोर ने मंच पर वंदे मातरम् गाया। यह पहला मौका था जब यह गीत सार्वजनिक रूप से राष्ट्रीय स्तर पर गाया गया। सभा में मौजूद हजारों लोगों की आंखें नम थीं।
इसके अतिरिक्त सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे प्रश्नकाल से शुरू होगी, जिसके दौरान कई महत्वपूर्ण कागज़ात भी सदन में रखे जाएंगे और वन्दे मातरम से इतर विषयों पर अलग सूची में दर्ज प्रश्नों के उत्तर संबंधित मंत्रियों द्वारा दिए जाएँगे ।
