सूरत. एक ओर सरकार घर बिना के परिवारों को मकान दे रही है और दूसरी और सैंकड़ों परिवारों के सिर से छत छीनी जा रही है यह कैसा न्याय। यह शब्द उन आक्रोशित लोगों के हैं, जिनके सिर से छत छीन जाने वाली है। दरअसल, कतारगाम में टीपी स्कीम के तहत लाइनडोरी में आने वाले 700 से अधिक मकानों पर डिमोलिशन का खतरा मंडरा रहा है। मनपा की ओर से मकानों में रहनेवाले परिवारों को नोटिस भेजने के बाद से लोग इसका विरोध कर रहे हैं। शुक्रवार को लोगों ने जिला कलेक्टर कार्यालय तक रैली निकाली और विरोध प्रदर्शन करने के साथ जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। लोगों ने बताया कि वे 20-25 सालों से यहां पर मकान बनाकर रह रहे हैं। यदि उनके मकान अवैध थे तो मनपा को अब तक इसकी याद क्यों नहीं आई। अब इतने साल बाद उन्हें यहां से जाने क लिए कहा जा रहा है। एक ओर सरकार मकान बिना के लोगों को आवास योजना के तहत मकान दे रही है और दूसरी ओर सैकड़ों परिवारों को बेघर किया जा रहा है। लोगों ने सरकार से उन्हें मकान के बदले मकान देने की मांग की। गौरतलब है कि महानगरपालिका की ओर से कतारगाम में पुराने पुलिस थाने से लेकर सिंगणपोर तक के 700 से अधिक मकानों को डिमोलिशन के लिए नोटिस भेजे हैं। इसके बाद से लोगों में विरोध देखने को मिल रहा है।