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पाल एक्वेरियम में पांच साल में 8.75 लाख सैलानी पहुंचे, 6.78 करोड़ की आय
सूरत. महानगरपालिका संचालित पाल स्थित एक्वेरियम जनता के लिए एक बेहतर घूमने लायक जगह साबित हो रही है तो मनपा के लिए बड़ी आय का स्त्रोत बन गया है। पांच साल में 8.75 लाख सैलानी पाल एक्वेरियम में पहुंचे और उनसे मनपा को 6.78 करोड़ रुपए की आय हुई है। एक्वेरियम के ऑपरेशन और मेंटनेंस पर प्रतिवर्ष एक करोड़ रुपए से अधिक का खर्च होता है, ऐसे में गुरुवार को स्थाई समिति की ओर से एक्वेरियम के ऑपरेशन और मेंटनेंस के लिए 2.12 करोड़ रुपए का ठेका एजेंसी को सौंपने के प्रस्ताव को मंजूरी दी।
शहरवासियों को प्राथमिक सुविधाओं के साथ ही आनंद-प्रमोद के लिए भी जगह हो इसके लिए महानगरपालिका की ओर से शहर में कई प्रोजेक्ट बनाए गए हैं। जिसमें पाल स्थित जगदीशचंद्र बोस एक्वेरियम भी शामिल हैं। यहां शार्क समेत विभिन्न प्रजाति की मछलियां हैं, जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में सैलानी यहां पहुंचते हैं। बीते कुछ सालों में सैलानियों के लिए यह पसंदीदा जगह बन गई है। एक्वेरियम में शार्क पुल समेत सभी टैंक में रोजाना फ्रैश पानी की जरूरत होती है। जिससे आगामी दो वर्ष के लिए एक्वेरियम के ऑपरेशन और मेंटनेंस के लिए टेंडर जारी किए थे। इसमें 2.12 करोड़ रुपए में एक एजेंसी को ठेका सौंपने के लिए प्रशासन ने स्थाई समिति से मंजूरी मांगी थी। गुरुवार को आयोजित स्थाई समिति की बैठक में प्रस्ताव को मंजूर कर लिया या। स्थाई समिति अध्यक्ष राजन पटेल ने बताया कि एक्वेरियम से हर साल मनपा को अच्छी आय होती है। गत पांचों में एक्वेरियम में 8,75,951 सैलानी पहुंचे और उनसे मनपा को 6,78,78,600 रुपए की आय हुई है।
महामारी में घटी थी आय :-
कोराना महामारी के कारण देश में लॉकडाउन लगाया गया था और उसके बाद भी कई महीनों तक कई तरह के प्रतिबंध लागू रहे थे। जिससे वर्ष 2020-21 और 2021-22 में एक्वेरियम में सैलानियों की संख्या कम दर्ज हुई थी, जिससे आय भी कम हुई थी। मनपा के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2020 में सिर्फ 3246 सैलानी दर्ज हुए थे और 2.85 लाख की आय हुई थी। वहीं, 2021 में 65 हजार सैलानी एक्वेरियम में पहुंचे थे। उनसे मनपा को 53.46 लाख रुपए की आय हुई थी।