Admission : मेडिकल में प्रवेश की राह नहीं आसान
सूरत 9,331 विद्यार्थियों में से 5,450 हुए नीट क्वालिफाई
गुजरात में पिछले साल के मुकाबले आठ हजार से अधिक और देश में 3.50 लाख से अधिक विद्यार्थी हुए पास
अधिक विद्यार्थियों के पास होने से कटऑफ जाएगा ऊंचा, एक-एक अंक को लेकर प्रवेश में प्रतिस्पर्धा
सूरत. मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए 7 मई को ली गई नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट यूजी-2023) का परिणाम मंगलवार देर शाम जारी हुआ। गुजरात में पिछले साल के मुकाबले इस साल आठ हजार से अधिक विद्यार्थी नीट में सफल हुए हैं। देशभर में पिछले साल की तुलना में 3.50 लाख से अधिक विद्यार्थी पास हुए और ऊंचे अंकों के साथ क्वालिफाई हुए हैं, जिसके चलते इस साल मेरिट ऊंचा जाएगा। आंकड़ों को देखते हुए मेडिकल के सभी चारों कोर्स में प्रवेश के लिए विद्यार्थियों के बीच प्रतिस्पर्धा होगी।
नीट के परिणाम की जितनी खुशी विद्यार्थियों में नजर आ रही है, उतनी ही चिंता प्रवेश को लेकर सताने लगी है। सामान्य रूप से हर साल देश में 8 से 9 लाख विद्यार्थी पास होते हैं, उसकी जगह इस साल 11 लाख से अधिक विद्यार्थी पास हुए हैं। 2022 की नीट परीक्षा के लिए गुजरात से कुल 72,879 विद्यार्थी पंजीकृत हुए थे। इनमें से 64,684 ने परीक्षा दी और 41,901 क्वालिफाई हुए थे। 2023 की नीट परीक्षा के लिए गुजरात से 79,049 विद्यार्थी पंजीकृत हुए, 73,180 ने परीक्षा दी और 49,915 परीक्षा क्वालिफाई हुए। आंकड़ों को देखते हुए प्रदेश में पिछले साल के मुकाबले इस साल 8,014 अधिक विद्यार्थी पास हुए हैं। अधिक विद्यार्थियों के पास होने के कारण कट ऑफ अंकों में भी बड़ा अंतर दर्ज किया गया है। जनरल श्रेणी में 137 तो आरक्षण श्रेणी में 107 पर कटऑफ गया है। मेडिकल प्राध्यापकों का कहना है कि इस बार एमबीबीएस, होम्योपैथी, आयुर्वेद और डेंटल में प्रवेश को लेकर टक्कर होगी। जिनको प्रवेश नहीं मिलेगा, वे भारत के बाहर जा सकते हैं, तो कई विद्यार्थियों को अन्य कोर्स में प्रवेश लेना पड़ सकता है।