पीएम के बाद सीआर पाटिल ने आंध्र प्रदेश की तीन पुंगनूर गायों को घर में प्रवेश कराया
सूरत। शहर में एक कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल ने प्रदेश अध्यक्ष पद से हटने का संकेत दिया था, जिससे हलचल मच गई थी। अब केंद्रीय जलशक्ति मंत्री का अपने परिवार के साथ एक वीडियो वायरल होने से फिर हलचल मच गई है। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री अपने नवनिर्मित आवास में एक नए मेहमान को लेकर आए हैं, जिसका परिवार ने उत्साहपूर्वक स्वागत किया है।
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री के नए घर में विशेष रूप से आंध्र प्रदेश से तीन गायें लाई गई हैं। परिवार के सदस्यों द्वारा गाय का विधिवत स्वागत किया गया। इन तीन गायों क गृह प्रवेश का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। पाटिल परिवार के सदस्यों द्वारा गौ माता की पूजा की गई। तीनों गायों की पूजा की गई और उन्हें घर लाया गया। जिस तरह से परिवार वाले उसे उम्मीदों से दुलारते हैं, वो दृश्य किसी का भी दिल जीतने के लिए काफी हैं। गाय का साइज और शेप आकर्षण का केंद्र बन रहा है।
पुंगनूर गाय आंध्र प्रदेश की एक देशी नस्ल है। इस नस्ल की गायें दक्षिणी आंध्र प्रदेश के रायलसीमा क्षेत्र के चित्तूर जिले के पुंगनूर, वायलापाडु, मदनपल्ले और पलामनिर तालुकों में पाई जाती हैं। यह एक अलग प्रकार की बौनी नस्ल की गाय है। इन्हें दुनिया की सबसे छोटी कूबड़ वाली गाय माना जाता है। उनका छोटा आकार उन्हें घर पर रखना आसान बनाता है। पुंगनूर गायें सफेद, भूरी, हल्की या गहरे भूरे और काले रंग की हो सकती हैं। इन गायों के सींग छोटे और अर्धचंद्राकार होते हैं। इनकी लंबाई मुश्किल से 10-15 सेमी होती है। नर (बैल) में सींग अक्सर पीछे और आगे की ओर झुकते हैं। गायों में ये सीधे और आगे की ओर झुके हुए होते हैं। इन गायों के सींग बैल की तुलना में थोड़े लंबे होते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इसे अपने आवास पर लाने के बाद यह चर्चा में आ गई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल्ली आगमन के दिन आंध्र प्रदेश से पुंगनूर गाय को अपने आवास पर लाने का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें पीएम ने गाय के साथ समय बिताया और उसे सहलाया। फिर अचानक से गाय की यह प्रजाति देशभर में चर्चा का विषय बन गई और काफी उत्सुकता भी फैल गई क्योंकि गाय की इस प्रजाति के बारे में ज्यादा लोग नहीं जानते थे।
पुंगनूर गाय एक लुप्तप्राय प्रजाति है
पुंगनूर गाय भारत की एक दुर्लभ और प्राचीन गाय की नस्ल है। पुंगनूर गाय की प्रजाति विलुप्त होने के कगार पर है। इसकी संख्या कम होने के कारण इसकी कीमत लाखों में है। इस गाय का उल्लेख हमारे वेदों में भी मिलता है। पुंगनूर गाय का हजारों साल पुराना गौरवशाली इतिहास है। यह गाय आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के पुंगनूर शहर में पाई जाती है और इस गाय का नाम इस शहर के नाम पर रखा गया है, जिसका एक प्राचीन इतिहास है। इस गाय की कीमत करीब 1-10 लाख रुपये आंकी गई है।