AM/NS इंडिया ने महाराष्ट्र के खोपोली में पहली स्क्रैप प्रोसेसिंग सुविधा शुरू की

महाराष्ट्र में खोपोली इकाई ₹350 करोड़ के निवेश कार्यक्रम के तहत चार राष्ट्रीय स्क्रैप प्रोसेसिंग यूनिट में से पहली है,
जो अधिक टिकाऊ स्टील बनाने के लिए घरेलू स्क्रैप उपलब्धता में सुधार करेगी

हजीरा-सूरत, 27 मार्च, 2025: आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (AM/NS इंडिया) ने 120 किलो टन प्रति वर्ष (केटीपीए) की वार्षिक क्षमता के साथ महाराष्ट्र में खोपोली उत्पादन स्थल पर अपनी पहली स्क्रैप प्रोसेसिंग सुविधा शुरू की है। विशेष रूप से, खोपोली यूनिट राष्ट्रीय स्तर पर AM/NS इंडिया द्वारा विकसित की जा रही चार स्क्रैप प्रोसेसिंग यूनिटों में से पहली है, जिसे स्टील उत्पादन के लिए उच्च गुणवत्ता वाले स्क्रैप की बढ़ती मांग को पूरा करने और घरेलू स्क्रैप आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने के लिए ₹350 करोड़ के निवेश कार्यक्रम के हिस्से के रूप में विकसित किया जा रहा है।

भारत की स्क्रैप सप्लाई चेन वर्तमान में अत्यधिक विभाजित है। जिसमें उपयोगी सामग्री उपभोग के वास्तविक बिंदु तक पहुंचने से पहले, स्थानीय स्क्रैप संग्रहकर्ताओं से लेकर स्क्रैपयार्ड तक कई बिचौलियों से होकर गुजरती है। इस जटिल प्रक्रिया से लागत बढ़ जाती है और सामग्री की गुणवत्ता भी कम हो जाती है। अपनी स्वयं की उत्पादन सुविधाओं पर स्क्रैप का प्रोसेसिंग करके और स्क्रैप उद्योग को औपचारिक रूप देकर, AM/NS इंडिया रूपांतरण और रसद लागत को कम करते हुए सामग्री की गुणवत्ता और उपज बढ़ा रहा है।

खोपोली यूनिट की कमीशनिंग और बड़े पैमाने पर रोलआउट स्क्रैप के बड़े पैमाने पर प्रोसेसिंग के लिए एक सफल पायलट प्रोजेक्ट का अनुसरण करता है, जो ऑटोमोटिव निर्माताओं और शिप फ्लीट ऑपरेटरों सहित AM/NS इंडिया के बड़े ग्राहक आधार के बीच रीसाइकिल स्टील की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण है।

व्हीकल स्क्रेपेज पॉलिसी (2021) और अप्रैल 2025 में लागू होने वाली एक्सटेंडेड प्रोड्यूसर रिस्पांसबिलिटी (ईपीआर) मानदंडों के साथ-साथ ग्रीन स्टील टैक्सोनॉमी जैसी सरकारी पहल से भी स्थानीय, घरेलू स्क्रैप उपलब्धता को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा, AM/NS इंडिया की बढ़ती स्क्रैप प्रोसेसिंग क्षमता, घरेलू स्क्रैप उपलब्धता और आपूर्ति श्रृंखला दक्षता को मजबूत करने के राष्ट्रीय प्रयासों का भी समर्थन करेगा।

AM/NS इंडिया में डाउनस्ट्रीम ऑपरेशंस के कार्यकारी निदेशक अक्षय गुजराल ने कहा, “भारत का लक्ष्य वर्ष 2047 तक स्टील उत्पादन में स्क्रैप धातु की हिस्सेदारी को 50% तक बढ़ाना है। इस महत्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए बुनियादी ढांचे और पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित करने में स्टील क्षेत्र की भूमिका महत्वपूर्ण है। हमारी खोपोली यूनिट, साथ ही इस वर्ष आने वाली अन्य यूनिटें, घरेलू स्क्रैप उद्योग को औपचारिक रूप देंगी। यह रीसाइकिल स्टील की बढ़ती उपभोक्ता मांग को भी पूरा करेगा और पर्यावरण के साथ-साथ भारत के स्थिरता लक्ष्यों में योगदान देगा।

2024 में अपनी प्रारंभिक क्लाइमेट एक्शन रिपोर्ट में निर्धारित डीकार्बोनाइजेशन रोडमैप के हिस्से के रूप में, AM/NS इंडिया का लक्ष्य स्टील बनाने की क्षमता में स्क्रैप मिश्रण को 3-5% से बढ़ाकर 2030 तक 10% से अधिक करना है। कंपनी रणनीतिक रूप से उच्च गुणवत्ता वाले स्क्रैप को अपने उत्पादन में एकीकृत कर रही है। इसकी मौजूदा स्टील निर्माण क्षमता का 65% गैस-आधारित डायरेक्ट रिड्यूस्ड आयरन (डीआरआई) – इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस (ईएएफ) मार्ग पर संचालित होता है, जो विशेष रूप से संसाधित स्क्रैप के उपयोग के लिए उपयुक्त प्रक्रिया है।