एएम/एनएस इंडिया सुवाली में 65 एमएमटीपीए डीप ड्राफ्ट ग्रीनफील्ड जेटी करेगा विकसित

हजीरा/सूरत, अक्टूबर 27, 2023: विश्व के सबसे बड़े स्टील उत्पादक आर्सेलरमित्तल और निप्पोन स्टील का संयुक्त उद्यम एएम/एनएस इंडिया हजीरा के पास शिवरामपुर गांव में सुवाली में सालाना 65 मिलियन मेट्रिक टन की क्षमता वाली डीप ड्राफ्ट ग्रीनफील्ड जेटी विकसित करने की योजना बना रहा है।

अपनी रणनीतिक विस्तार योजनाओं के हिस्से के रूप में एएम/ एनएस इंडिया हजीरा में अपने एकीकृत इस्पात संयंत्र की उत्पादन क्षमता को मौजूदा 9.6 एमएमटीपीए से बढ़ाकर 2026 तक 15.6 एमएमटीपीए और 2030 तक 21 एमएमटीपीए करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। सुवाली में नियोजित ग्रीनफील्ड जेटी परियोजना इसी का एक हिस्सा है। इस योजना की परिकल्पना कंपनी की लौह अयस्क, चूना पत्थर और कोयले जैसे कच्चे माल की बढ़ती मांग और विस्तार के बाद आवश्यक तैयार स्टील हैंडलिंग क्षमता को पूरा करने के लिए की गई है।

एएम/ एनएस इंडिया का स्टील प्लांट अपने कच्चे और तैयार माल के संचालन के लिए अपने शेलो वोटर कैप्टिव जेटी के साथ- साथ हजीरा में समूह कंपनी के स्वामित्व और संचालित डीप ड्राफ्ट जेटी का उपयोग करता है। हालांकि, बुनियादी ढांचे की बाधाओं के कारण दोनों जेटी सुविधाओं को स्टील प्लांट से कार्गो की बढ़ी हुई मात्रा को संचालन करने में बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है।

कैप्टन ऋतुपर्ण रघुवंशी, प्रमुख, एएम/ एनएस पोर्ट्स, हजीराने कहा कि “मौजूदा पोर्ट बुनियादी ढांचा स्टील उत्पादन में भारी वृद्धि से निपटने के लिए पर्याप्त नहीं है, जिससे कार्गो आवाजाही में वृद्धि की सुविधा के लिए समर्पित कैप्टिव जेटी की स्थापना और संचालन की आवश्यकता हो गई है। सुवाली में डीप ड्राफ्ट ग्रीनफील्ड पोर्ट का उद्देश्य हमारी बढ़ती पोर्ट क्षमता की आवश्यकता को पूरा करना है। यह पोर्ट सुविधा हमारी क्षमता बढ़ाने और राष्ट्रीय इस्पात नीति में परिकल्पित देश के 300 एमएमटीपीए के लक्ष्य को साकार करने में योगदान देने में एक महत्वपूर्ण घटक होगा। “

प्रस्तावित डीप ड्राफ्ट ग्रीनफील्ड जेटी एएम/ एनएस इंडिया के मौजूदा एकीकृत इस्पात संयंत्रों के लिए कैप्टिव जेटी के रूप में काम करेगा और इसकी भविष्य की जरूरतों को भी पूरा करेगा। यह प्रोजेक्ट दो चरणों में पूरा किया जाएगा।

यह परियोजना क्षेत्र में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी, जो सामाजिक- आर्थिक स्थितियों में सुधार में योगदान देगी। इसके अलावा, यह कच्चे माल और तैयार माल दोनों के लिए समुद्री परिवहन को बढ़ावा देगा। इससे सड़कों पर ट्रैफिक समस्या के साथ ही वायु प्रदूषण को कम करेगा।

एएम/ एनएस इंडिया का लक्ष्य 2030 तक अपने हजीरा और ओडिशा संयंत्रों में अपनी इस्पात क्षमता को 51 एमएमटीपीए तक बढ़ाना है, ताकि देश को 300 एमएमटीपीए लक्ष्य हांसिल करने में मदद मिल सके और “मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” को बढ़ावा देकर भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाया जा सके।

प्रस्तावित डीप ड्राफ्ट ग्रीनफील्ड पोर्ट के लिए एक सार्वजनिक सुनवाई 27 अक्टूबर को एएम/ एनएस इंडिया, हजीरा में हुई थी।