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आमोद कांग्रेस ने बीजेपी पर आचार संहिता उल्लंघन के आरोप लगाए, चुनाव अधिकारी से की कार्रवाई की मांग
भरूच: आमोद तहसील कांग्रेस ने बीजेपी पर आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है और इस संबंध में कार्रवाई की मांग के लिए चुनाव अधिकारियों को लिखित आवेदन दिया है। कांग्रेस का कहना है कि चुनावी आचार संहिता लागू होने के बावजूद, बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने सरकारी कर्मचारी की मदद से मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश की। आमद तहसील कांग्रेस अध्यक्ष नवीन पटेल, यूथ कांग्रेस के केतन मकवाना और आमद के कुछ सरपंचों ने इस मामले में प्रांत अधिकारी, चुनाव अधिकारी, तहसीलदार और तहसील विकास अधिकारी को एक पत्र सौंपा है। इस पत्र में बताया गया है कि आमद तहसील के एक सरकारी कर्मचारी ने आचार संहिता के बावजूद बीजेपी के तहसील अध्यक्ष को आवास योजना की स्वीकृति की कॉपी दी, जिसे बाद में बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा मतदाताओं के बीच वितरित किया गया। गौरतलब है कि इस समय आमद में अच्छोद जिला पंचायत की उपचुनाव प्रक्रिया चल रही है। अच्छोद पंचायत सदस्य का दो वर्ष पहले निधन हो गया था, जिसके कारण यह उपचुनाव हो रहा है। चुनावी प्रचार में यह घटना सामने आई है कि सरकारी कर्मचारी ने आवास योजना के प्रमाणपत्र की फोटो कॉपी तैयार की और उसे बीजेपी कार्यकर्ताओं को सौंप दिया, जिससे वे उसे मतदाताओं में बांट कर चुनावी लाभ लेने की कोशिश कर रहे थे। कांग्रेस का आरोप है कि यह स्पष्ट रूप से आचार संहिता का उल्लंघन है और इसके माध्यम से बीजेपी मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास कर रही है। नवीन पटेल, ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है और चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाए रखने के लिए इस पर तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए। कांग्रेस ने इस बात की भी शिकायत की है कि आचार संहिता लागू होने के बावजूद सरकार के कर्मचारी ऐसे कार्यों में लिप्त हैं, जो निष्पक्ष चुनाव के सिद्धांतों के खिलाफ हैं। इस पूरे विवाद पर बीजेपी सांसद मनसुख वसावा की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हार की संभावना को देखते हुए ऐसे बेबुनियाद आरोप लगा रही है। उनका कहना था कि कांग्रेस चुनावी प्रचार में कमजोर हो गई है और इस कारण अब वह ऐसी नकारात्मक रणनीतियों का सहारा ले रही है। मनसुख वसावा ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह पूरी तरह से झूठा आरोप है, जिसे चुनावी प्रचार के दौरान राजनीतिक दबाव बनाने के लिए फैलाया जा रहा है। आमद में आचार संहिता उल्लंघन के आरोपों से यह मामला एक नए मोड़ पर पहुंच गया है, और अब अधिकारियों की कार्रवाई की प्रतीक्षा है।