सीवेज वाटर रीसाइक्लिंग के लिए आधुनिक तकनीक के उपयोग, प्रोसेस एवं इसके लाभ पर नित्या एनसेफ द्वारा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

— “इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य STP से पानी के रीसाइक्लिंग के लिए आधुनिक तकनीक आधारित तरीकों के उपयोग के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है”: श्री ईशान शाह (निर्देशक, नित्या एनसेफ)

— 31 मई, शाम 6 बजे आयोजित इस कार्यक्रम में पैनल चर्चा के साथ केस स्टडीज, नेटवर्किंग के अवसर, सवाल-जवाब सत्र का भी आयोजन हुआ

दमन : सीवेज वाटर रीसाइक्लिंग के लिए आधुनिक नई तकनीक आधारित प्रोसेस के उपयोग और लाभों के बारे में जानकारी देने के लिए होटल मीरामार, दमन में एक जागरूकता कार्यक्रम सूरत स्थित नित्या एनसेफ द्वारा आयोजित किया गया था। 31 मई, शाम 6 बजे आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आर्किटेक्ट, इंजीनियर, पर्यावरणविद्, बिल्डर और डेवलपर्स, औद्योगिक संघ और उद्योग संचालकों ने भाग लिया।

नित्या एनसेफ के निर्देशक और वाटर एक्सपर्ट श्री इशान शाह ने कहा कि, यह पहल “PAEIVA” (प्रैक्टिसिंग आर्किटेक्ट्स, इंजीनियर्स, इंटीरियर्स, वैल्यूअर्स एसोसिएशन) द्वारा शुरू की गई है। “From Waste to Worth: Exploring the Potential of Sewage Water Recycling” शीर्षक अंतर्गत नित्या एनसेफ द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य STP से पानी के रीसाइक्लिंग के लिए नई आधुनिक तकनीक के उपयोग के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है। कार्यक्रम के दौरान पैनल चर्चा के साथ-साथ केस स्टडी, नेटवर्किंग अवसर, सवाल-जवाब सत्र भी आयोजित किए गए।

इवेंट पैनलिस्ट और वाटर एक्सपर्ट श्री ईशान शाह ने आगे कहा कि, STP के पानी को नई विधि से कैसे रिसाइकल किया जा सकता है..? इसके क्या फायदे हैं..? यह जानने के लिए यह सेमिनार बहुत फायदेमंद साबित हुआ। विशेषज्ञों ने वाटर रीसाइक्लिंग(जल पुनर्चक्रण) की उचित प्रक्रिया के बारे में गहन जानकारी दी। बागवानी, कृषि और अन्य सामान्य उपयोगों के बाद STP के पानी का रीसाइक्लिंग, इसकी तकनीक में नवीनतम प्रगति, पानी की कमी को दूर करने के लिए नवीन समाधान, जल प्रबंधन और जल संरक्षण के बारे में जानकारी दी गई।

कार्यक्रम में चर्चा सत्र के दौरान यह नोट किया गया कि, पानी की कमी एक गंभीर चिंता का विषय है, ऐसे में पानी का पुन: उपयोग आज एक आवश्यकता बन गया है। नित्या एनसेफ के निर्देशक श्री ईशान शाह ने आगे कहा कि, औद्योगिक पानी का रीसाइक्लिंग, सीवेज और अपशिष्ट जल उपचार और शून्य तरल निर्वहन समाधान, औद्योगिक प्रतिष्ठानों को लाखों लीटर कीमती पानी बचाने में सक्षम बनाते हैं। पानी के रीसाइक्लिंग से प्रदूषण को कम किया जा सकता है और रोका जा सकता है। अपशिष्ट जल उपचार संयंत्रों को भौतिक, रासायनिक और जैविक प्रक्रियाओं के संयोजन का उपयोग करके डिज़ाइन किया गया है ताकि उपचारित पानी को पर्यावरण में छोड़ा जा सके या उसका पुन: उपयोग किया जा सके।

इस कार्यक्रम का आयोजन सूरत स्थित नित्या एनसेफ द्वारा किया गया था और स्ट्रैटफिक्स कंसल्टिंग इस कार्यक्रम के नॉलेज पार्टनर थे। इसके अलावा कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए उमरगांव इंडस्ट्रियल एसोसिएशन, दमन इंडस्ट्रियल एसोसिएशन, “PAEIVA” प्रैक्टिसिंग आर्किटेक्ट्स, इंजीनियर्स, इंटीरियर वैल्यूअर्स एसोसिएशन [वलसाड, वापी, उमरगांव, सिलवासा और दमन] और दमन होटल एसोसिएशन का सहयोग प्राप्त हुआ। कार्यक्रम के आयोजकों ने पर्यावरण के अनुकूल स्थानीय जल प्रबंधन प्रथाओं की चल रही खोज में योगदान देने के लिए इस विचारोत्तेजक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सभी को धन्यवाद दिया।

कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख पैनलिस्ट:

* श्री ईशान शाह, निर्देशक, नित्या एनसेफ और वाटर एक्सपर्ट
*श्री हरेशभाई तंगल, उपाध्यक्ष, होटल एसोसिएशन, दमन
* श्री तुषार पटेल, आर्किटेक्ट और सस्टेनेबिलिटी कंसल्टेंट पार्टनर, आकृति डिज़ाइनर्स
* श्री आरके शुक्ला, प्रबंध निर्देशक, अल्कुश इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड
* श्री धर्मेश माकन, निर्देशक, पार्वती कंस्ट्रक्शन
* श्री चिराग पटेल, पार्टनर, स्ट्रैटफिक्स कंसल्टिंग, मॉडरेटर