एनिमल सेव इंडिया ने “मां का दूध” डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म की स्क्रीनिंग आयोजित की, राजकोट में छात्रों को वीगनिज़्म अपनाने के लिए प्रेरित किया

एनिमल क्लाइमेट एंड हेल्थ सेव इंडिया ने गुजरात के राजकोट में दो प्रतिष्ठित संस्थानों, यानी बीजी गरैया आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज और बीजी गरैया होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज, में कई पुरस्कार जीत चुकी फिल्म “मां का दूध” की स्क्रीनिंग का आयोजन किया, जिसके माध्यम से फ़िल्म का संदेश 550 से अधिक छात्र-छात्राओं तक पहुंचा।

इस फ़िल्म ने मौजूद लोगों के दृष्टिकोण पर गहरा प्रभाव डाला और पशुओं के अधिकारों, डेरी उद्योग में नैतिक चिंताओं, और जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरूकता बढ़ाने के अपने उद्देश्य को पूरा किया। फ़िल्म ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रकाश डाला और पशुओं, पर्यावरण, और स्वास्थ्य पर वीगन जीवनशैली के सकारात्मक प्रभाव को भी दिखाया।

बीजी गरैया आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के प्रमुख डॉ. मंदार बेडेकर ने यह विचार किया कि हालांकि गाय के दूध और घी जैसे उत्पादों का आयुर्वेद में उपयोग होता है, छात्रों के लिए विविध दृष्टिकोणों को अपनाना महत्वपूर्ण है। उन्होंने छात्रों के एक नए दृष्टिकोण के विकास के महत्व को बताया, खासकर जब वे पर्यावरण सुधार, पशु कल्याण, और जलवायु परिवर्तन जैसे विषयों में खुद को समर्पित करते हैं।

स्क्रीनिंग के बाद, एनिमल क्लाइमेट एंड हेल्थ सेव इंडिया ने छात्र-छात्राओं को वीगन भोजन भी वितरित किया गया था, जिसमें सैंडविच और वीगन चॉकलेट मिल्क शामिल था। प्लांट-बेस्ड ट्रीटी वीगन स्टार्टर किट वितरित किये, जो उन्हें वीगनिज़्म की ओर बढ़ने में काफ़ी ज़्यादा मददगार साबित होगी।

‘मां का दूध’ फ़िल्म देखने के बाद, एक छात्र ने अपना अनुभव साझा किया, उन्होंने कहा – मैं डेरी उद्योग में पशुओं पर हो रहे शोषण को नजरअंदाज नहीं कर सकता। अब मैं वीगनिज़्म को अपनाने का चुनाव कर रहा हूं और सभी जीवों के लिए एक बेहतर दुनिया बनाने में योगदान देने का निर्णय ले रहा हूं।

इन रोमांचक और सच्चाई से अवगत करवाने वाले आयोजनों के माध्यम से, एनिमल क्लाइमेट एंड हेल्थ सेव इंडिया का उद्देश्य युवा लोगों की दृष्टि को पशुओं के प्रति करुणा, संवेदनशीलता, विकसित करते हुए समाज में बेहतर बदलाव हासिल करना है।

“मां का दूध” फ़िल्म का प्रभाव इस तरह की कॉलेज स्क्रीनिंग्स से और आगे बढ़ता है।

फ़िल्म को विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों, थिएटरों, और इवेंट्स में भी प्रदर्शित किया गया है और आगे भी किया जाएगा। दर्शक इस फ़िल्म को उसके आधिकारिक यूट्यूब चैनल, @MaaKaDoodh पर देखें और सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में कदम उठाएं।

वीगन जीवनशैली को अपनाकर हम जलवायु परिवर्तन को उलट सकते हैं। क्लाइमेट सेव मूवमेंट द्वारा शुरू की गई प्लांट बेस्ड ट्रीटी इसी जलवायु परिवर्तन को रोकने और सकारात्मक नियंत्रण करने का उद्देश्य रखती है। आप www.plantbasedtreaty.org पर प्लांट बेस्ड ट्रीटी का समर्थन कर सकते हैं।

ज़्यादा जानकारी के लिए संपर्क करें –

नमन शाह: 7700096026