मंजूरी दस महीने पहले, लेकिन पार्षदों के नाम के साथ के बोर्ड अब तक नहीं लगे
स्थायी समिति अध्यक्ष ने जोन अधिकारियों से तीन दिनों में मंगवाई रिपोर्ट
सूरत. महानगरपालिका में पार्षद के तौर पर चुने जाने के बाद पार्षद अपनी ग्रांट से अपने-अपने चुनावी क्षेत्रों में अपने नाम और सोसायटी, शेरी के नामों के साथ के साइन बोर्ड लगवाते हैं। इस कार्य के प्रस्ताव को दस महीने पहले स्थायी समिति से मंजूरी मिलने के बाद भी जोन स्तर से यह कार्य नहीं शुरू हुआ है। शुक्रवार को मनपा में आयोजित स्थायी समिति की बैठक में यह मुद्दा उठने पर स्थायी समिति अध्यक्ष राजन पटेल ने अधिकारियों से इसे लेकर सवाल किए और तीन दिनों में सभी जोन से रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया।
महानगरपालिका में चुने हुए पार्षदों अपने-अपने क्षेत्रों में अपने नाम के साथ चुनावी क्षेत्र की सोसायटियां-गली-मोहल्ले, शेरी और नगर के नामों के साथ साइन बोर्ड लगाते हैं। इसके लिए पार्षदों की ग्रांट से खर्च किया जाता है। फिलहाल इस टर्म के पार्षदों का यह अंतिम साल हैं, लेकिन अब तक उनके नाम के बोर्ड लगे नहीं है। जबकि दस महीने पहले स्थायी समिति ने इसके प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी। शुक्रवार को स्थायी समिति की बैठक में यह मुद्दा उठा। जिस पर जोन के अधिकारियों ने बताया कि अब तक डिजाइन अप्रूव नहीं हुई है इसलिए काम नहीं हुो पाया है तो कुछ पार्षदों ने बताया कि उनके क्षेत्रों में कुछ जगहों पर बोर्ड लगाए गए हैं। ऐसे में अब स्थायी समिति अध्यक्ष राजन पटेल ने तीन दिनों में इसे लेकर सभी जोन अधिकारियों को रिपोर्ट पेश करने के लिए आदेश दिया।